गांधीनगर : अभी कुछ दिन पहले ही गुजरात के गांधीनगर में दलित पर हमले की खबर सामने आई थी. इस हमले को लेकर यह भी कहा गया था कि राजपूतों ने यह हमला किया है. दलितों पर लगातार हो रहे हमलों ने पुलिस को भी सोचने पर मजबूर कर दिया था. जब इन हमलों को लेकर पुलिस ने गहन जाँच कि तो जो सच बाहर निकलकर सामने आया वो चौंकाने वाला था. जी हाँ खबर मिली है कि अभी कुछ दिन पहले ही लिम्बोद्रा में मूंछ रखने के नाम पर दलित युवाओं की पिटाई के बाद एक और जो दूसरा मामला सामने आया था. इस दूसरे हमले को लेकर पुलिस ने जब जाँच की तो सच्चाई जो सामने निकलकर आई है उसने एक तरह से पुलिस को भी हैरान कर दिया था. पुलिस ने बताया कि यह हमला सिर्फ एक नाटक था जो मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए किया गया था. पुलिस का कहना है कि धारदार हथियार से हमले की खबर पूरी तरह से झूठी है. यह हमला युवक ने सुर्ख़ियों में आने के लिए किया है. इस पीड़ित युवक ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था. पीड़ित ने दोस्तों के साथ जाकर ही दुकान से ब्लेड खरीदा था और उसके बाद दोस्तों को ही ब्लेड मारने को कहा था. इसके बाद पीड़ित ने दोस्तों के साथ हमले को लेकर मिलकर नकली कहानी बनाई थी.