गणेश चतुर्थी आने में कुछ ही समय बचा है. इस बार गणेश चतुर्थी का पर्व 22 अगस्त से शुरू हो रहा है. आप जानते ही होंगे यह पर्व हर साल 10 दिन के लिए मनाया जाता है. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं 10 दिन तक भिन्न-भिन्न प्रकार का भोग क्या लगाया जाता है. 1.मोदक के लड्डू : कहा जाता है गणेशजी को मोदक के लड्डू बड़े प्रिय हैं. पहले दिन उन्हें मोदक का भोग लगाना चाहिए. 2. मोतीचूर के लड्डू : मान्यता है कि गणेशजी को मोदक के बाद नैवेद्य के रूप में मोतीचूर के लड्डू का भी भोग लगता है. जी दरअसल मोतीचूर के लड्डू को बूंदी के लड्डू भी कहा जाता है और दूसरे दिन बप्पा को शुद्ध घी से बने बेसन के लड्डू या मोतीचूर के लड्डू भोग लगाना चाहिए. 3. नारियल चावल : तीसरे दिन आप गणेश जी को नारियल के दूध या पानी में चावल को भिगोगर या नारियल के गुदे को चावल में मिलाकर पकाकर भोग लगाए. 4. सतोरी या पुरण पोली : आपको बता दें सतोरी खोआ या मावा, घी, बेसन और दूध से बना एक महाराष्ट्रीय व्यंजन होता है. यह दिखने में रोटी की तरह गोल होता है. आप इसे भोग लगाए तो शुभ होगा. 5. श्रीखंड : पांचवे दिन गणेश जी को केसर मिला पीला श्रीखंड का भोग लगाना चाहिए. 6. केले का शीरा : कहा जाता है छटवे दिन मैश किए हुए केले, सूजी और चीनी से बना शीरा सूची के हलवे की तरह दिखने वाला गणेशजी को भोग लगना चाहिए. 7. रवा पोंगल : यह डिश रवा को मूंग के साथ घी डालकर बनाया जाता है. आप इसमें किशमिशल काजू और बादाम मिला सकते हैं. 8. पयसम : इसे दूध और चीनी या गुड़ के साथ बनाया जाता है और फिर इसमें चावल या सेंवई मिलाई जाती है. इसे आप आठवें दिन भोग लगाए. 9. शुद्ध घी और गुड़ का भोग लगाएं : नौवे दिन आप गणपति बाप्पा को शुद्ध घी और गुड़ का भोग लगाएं 10. शमी के पत्ते और दुर्वा : आखिरी दिन आप गणेश जी को भोग के साथ शमी के पत्ते और दुर्वा चढ़ा दे. SC ने ख़ारिज की PM केयर्स फंड के खिलाफ याचिका, नड्डा बोले- राहुल के मंसूबों पर पानी फिरा नए गाने के लिए तैयार हैं गुरनाम भुल्लर, शेयर की पोस्ट प्रियंका गांधी बोलीं- देश की आवाज़ दबाने वालों के खिलाफ खड़ा होना ही 'नेताजी' को सच्ची श्रद्धांजलि