लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बांदा में पुलिस ने ई-रिक्शा चालकों को लूटने वाले एक गिरोह को पकड़ा है. पकड़े गए लुटेरों की कार्यप्रणाली में ई-रिक्शा चालकों को फुसलाना, उन्हें सवारी के बहाने ग्रामीण इलाकों में ले जाना और फिर उनके वाहनों सहित उन्हें लूटना शामिल था। पुलिस ने इस गिरोह के सभी पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से तीन ई-रिक्शा, दो बैटरी और चोरी का अन्य सामान बरामद किया. शहर के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) ने कहा कि उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और कानूनी कार्यवाही चल रही है। ई-रिक्शा चालकों के साथ हुई डकैतियों की श्रृंखला शहर पुलिस स्टेशन क्षेत्र में चिंता का कारण बन गई थी, जिस पर तत्काल कार्रवाई की गई। पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल के आदेश के बाद कोतवाली पुलिस ने सर्विलांस के जरिए तेजी से संदिग्धों को पकड़ लिया। जांच से पता चला कि आरोपी ई-रिक्शा चालकों को निशाना बना रहे थे और रात के दौरान ग्रामीण इलाकों में लूटपाट की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। गिरफ्तार किए गए सभी लोग बांदा के निवासी हैं, जिन्होंने पुलिस पूछताछ के दौरान अपराधों में अपनी संलिप्तता कबूल कर ली है। डीएसपी सिटी गवेंद्र पाल गौतम ने बताया कि कोतवाली नगर क्षेत्र में ई-रिक्शा चोरी की घटनाएं बढ़ रही थीं। गिरफ्तार किए गए गिरोह के सदस्य यात्रियों के रूप में पेश आते थे, ड्राइवरों को बरगलाते थे और उन्हें एकांत स्थानों पर ले जाते थे, जहां वे अपनी डकैती को अंजाम देते थे। एक समर्पित पुलिस टीम ने जंगलों में संदिग्धों के कब्जे से चुराए गए वाहनों और बैटरियों को सफलतापूर्वक बरामद किया। गिरफ्तार किए गए सभी लोग बांदा के रहने वाले हैं और उन्होंने कई लूट की घटनाओं में शामिल होने की बात कबूल की है। आगे की जांच जारी रहने के साथ उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही चल रही है। बिहार में 12 वर्षीय बच्चियों के साथ अमानवीय हरकत, दौड़ा-दौड़ा कर पीटा फिर चटवाया थूक और... 7 वर्षीय बच्ची को चॉकलेट देने के बहाने खेत में ले गया 14 साल का लड़का, फिर जो किया वो कर देगा हैरान स्टॉक ट्रेडिंग के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश, पुलिस ने 45 हज़ार सिमकार्ड के साथ मास्टरमाइंड को दबोचा