आप सभी को बता दें कि हिंदू धर्म के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को गणगौर तीज मनाई जाती है ऐसे में इस साल यह पर्व 8 अप्रैल दिन सोमवार यानि आज है. जी हाँ, कहते हैं इस दिन सुहागिन महिलाएं देवी पार्वती और भगवान शिवज की विशेष पूजा करती हैं. ऐसे में गणगौर तीज पर महिलाएं माता की पूजा करके अपने घर-परिवार और पति के सौभाग्य की कामना करती हैं, और ये तिथि चैत्र मास की नवरात्र में आती है. तो आइए हम आपको बताते हैं देवी पार्वती और शिवजी की पूजा कैसे किया जा सकता है. पूजा विधि - कहते हैं स्नान के बाद किसी मंदिर जाएं या घर के मंदिर में ही पूजा की व्यवस्था करें और उसके बाद मंदिर पहुंचकर भगवान शिव के साथ ही माता पार्वती, भगवान गणेश, कार्तिकेय स्वामी और नंदी को गंगाजल या पवित्र जल अर्पित करें. वहीं उसके बाद शिवलिंग पर चंदन, चावल, बिल्वपत्र, आंकड़े के फूल और धतूरा सहित अन्य पूजन सामग्री चढ़ाएं और फिर पूजा में ऊँ उमामहेश्वराभ्यां नमः मंत्र का जाप करते रहें. अब भगवान शिव और माता पार्वती के सामने शुद्ध घी का दीपक जलाएं और मौसमी फलों का भोग लगाएं. अब दोनों की आरती करें और शिवजी की आरती में दीपक के लिए गाय के दूध से बने घी का उपयोग करना चाहिए और कर्पूर से आरती करें. अब आधी परिक्रमा करें और पूजा में हुई अनजानी भूल के लिए क्षमा याचना करें. अब इसके बाद अंत में हाथ जोड़कर भगवान माता पार्वती और शिवजी से मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना करें और घर-परिवार और पति के सौभाग्य की कामना करें. इसके बाद प्रसाद खुद भी ग्रहण करें और अन्य भक्तों को भी बाटें. शिवलिंग पर चढ़ाएं ये 10 चीजें - जल, दूध, दही, शहद, घी, शकर, ईत्र, चंदन, केसर और भांग को एक साथ मिलाकर या 1-1 चीज शिवलिंग पर चढ़ा सकते हैं. इसी के साथ शिवपुराण में बताया गया है कि इन चीजों से शिवलिंग को स्नान कराने पर भक्त की सभी इच्छाएं पूरी हो जाती है. अब स्नान करवाते समय ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए तो लाभ होता है. हलवे के साथ माँ चंद्रघंटा को लगाए इस चीज़ का भोग, मिलेगा सौम्यता का आशीर्वाद आज इस विधि से करें मां चंद्रघंटा की पूजा, लगाए यह भोग जानिए आज का पंचांग, क्या है शुभ मुहूर्त और राहुकाल