लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं के दल बदलने का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में गैंगस्टर और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के बड़े भाई सिबगतुल्लाह (Sibgatullah Ansari) ने समाजवादी पार्टी (सपा) का दामन थाम लिया है. वहीं, पूूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी ने भी घर वापसी की है. सपा अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी को उनके समर्थकों के साथ पार्टी की सदस्यता दिलाई है. सिबगतुल्लाह अंसारी 2007 में सपा और 2012 में कौमी एकता दल से गाजीपुर के मोहम्मदाबाद विधानसभा से MLA रह चुके हैं. इसके बाद 2017 में बसपा के टिकट पर मैदान में उतरे, किन्तु उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा. मुख्तार अंसारी काफी दिनों से बांदा जेल में कैद हैं. ऐसे में अंसारी परिवार से पूर्वी यूपी की सियासत में रुतबे को बरकरार रखने का जिम्मा उनके भाई सिबकतुल्लाह के सिर है. पंचायत चुनाव के दौरान ही अंसारी बंधुओं के हाथी से उतर कर साइकिल पर सवार होने की रणनीति बनाई थी. वहीं सपा से बसपा में गए पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी एक बार फिर से अखिलेश के पास लौट आए हैं. दिग्गज नेताओं में शुमार रहे पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी को अखिलेश यादव ने सपा में शामिल किया. अम्बिका चौधरी फेफना विधानसभा सीट से वर्ष 1993 से 2012 तक लगातार चार बार MLA रहे हैं. इस दौरान 2003 से 2007 तक मुलायम सिंह यादव की सरकार में अम्बिका चौधरी कैबिनेट मंत्री भी रहे. यही नहीं, वे पार्टी के मुख्य व्हिप भी थे. 'अपने अरबपति मित्रों के लिए कृषि कानून लाई है भाजपा..', केंद्र पर फिर भड़की प्रियंका गाँधी वाड्रा तालिबान पर बोले कश्मीरी नेता शफकत वटाली, आतंकी संगठन को छोड़कर बाकी सभी पर मढ़ा दोष पेरू कांग्रेस ने कैस्टिलो को बढ़ावा देने के लिए वामपंथी मंत्रिमंडल को दी हरी झंडी