भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी सौरभ गांगुली के लिए 2006 का दौर काफी मुश्किल भरा था, उस समय भारतीय टीम के कोच ग्रेग चैपल थे. पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ग्रेग चैपल ने सौरभ गांगुली की फिटनेस को लेकर विवाद खड़ा कर दिया था. गांगुली भी लगातार दबाव के कारण अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे और उन्हें करीब डेढ़ साल तक भारतीय टीम से बाहर रहना पड़ा था. उन्हें दोबारा भारतीय टीम में लाने के लिए पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान खान ने भी मदद की थी. सौरभ गांगुली ने अपने उस मुश्किल दौर के बारे में बताया कि ''टीम से बाहर होने के बाद मैं बहुत गुस्सा था. इसके बाद मैंने ईडन गार्डन में दौड़ना शुरू किया. मैं दौड़ता रहता था. मैं बस दौड़ता, दौड़ता और तब तक दौड़ता रहता था, जब तक मैं 21 लैप पूरे न कर लूं. अंत के 6 और 7 लैप सिर्फ गुस्से के कारण ही करता था.'' गांगुली ने अपने मुश्किल दौर में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान खान से मिले सहयोग के बारे में कहा कि ''यह बहुत कठिन था, लेकिन इस दौर ने मुझे बेहतरीन इनसान बनाया. मैं इस दौर में एक बार लाहौर में इमरान खान से मिला था. वह उस दौर में भारतीय क्रिकेट को फॉलो कर रहे थे. इमरान खान से मेरे अच्छे रिश्ते हैं. उन्होंने तब मुझे कुछ ऐसा कहा, जो मैं अपनी जिंदगी में कभी नहीं भूल सकता. इस बुरे दौर में इमरान ने मुझसे कहा था, 'जब आप ऊंचा उड़ते हैं, तो आपको काले बादल भी घेरते हैं. ऐसे में आपको और ऊंचा उड़ने के लिए खुद से नया रास्ता तैयार करना होता है. उस दौर के ये प्रेरणादायी शब्द मुझे आज भी याद हैं.'' गांगुली ने फेसबुक को लेकर उठाया सख्त कदम गांगुली ने किया खिलाड़ियों के वेतन वृद्धि का समर्थन टेस्ट मैच से पहले सहवाग को जगाना पड़ता था- गांगुली