गरुड़ पुराण में छिपे हैं अगले जन्म के अनोखे राज, पढ़े यहाँ

 

गुरुड़ पुराण को आप सभी ने सुना होगा। जी हाँ, इसमें व्यक्ति के जन्म से लेकर मृत्यु के बाद तक की बातों का वर्णन किया गया है। वहीं धार्मिक ग्रंथों के अनुसार व्यक्ति को उसके कर्मों के आधार पर ही स्वर्ग नर्क की प्राप्ति होती है। जी हाँ और व्यक्ति के कर्म ही उसके अगले जन्म का निर्धारण करते हैं। अब आज हम आपको बताने जा रहे हैं अगले जन्म के बारे में गरुड़ पुराण का क्या कहना।

- जी दरअसल गरुड़ पुराण में बताया गया है कि जो व्यक्ति किसी की हत्या करके परिवार का पालन-पोषण करते हैं, जैसे- लूटपाट, जानवरों की हत्या या फिर शिकार आदि करके घर चलाना जैसे काम करने वाले लोग अपने जन्म में किसी कसाई हत्थे चढ़ने वाला बकरा बनते हैं।

- धार्मिक ग्रंथ के अनुसार जो व्यक्ति महिलाओं का शोषण करते हैं या फिर करवाते हैं, वे अगले जन्म में किसी भयानक रोग से पीड़ित होते हैं। इसके अलावा किसी दूसरी महिला के साथ संबंध बनाने वाला व्यक्ति अगले जन्म में नपुंसक बनता है। इसी के साथ गुरु की पत्नी के साथ दुराचार करने वाले व्यक्ति को अगले जन्म में कुष्ठ रोग होता है।

- ऐसा माना जाता है कि इस जन्म में अगर कोई पुरुष महिला जैसा व्यवहार करता है, या फिर महिलाओं वाली आदतें अपने अंदर रखता है तो ऐसे लोगों को अगले जन्म में एक स्त्री का रूप मिलता है।

- गरुड़ पुराण के अनुसार किसी भी प्रकार की हत्या करने वाले व्यक्ति जैसे- गर्भपात, स्त्री हत्या आदि करने या करवाने वाले लोगों को भिल्ली रोगी, कुबड़ा जैसे जन्म मिलते हैं। इनको नरक की यातनाएं भोगने के बाद अगले जन्म में चंडाल योनी में पैदा किया जाता है।

- मरते समय भगवान का नाम लेने वाला व्यक्ति मृत्यु के बाद मुक्ति के मार्ग के लिए अग्रसर होता है।

- गरुड़ पुराण के अनुसार माता-पिता या संतान को परेशान करने वाले लोगों को अगला जन्म तो मिलता है, लेकिन ये लोग धरती पर जन्म नहीं ले पाते। इनकी मृत्यु गर्भ में ही हो जाती है।

- शास्त्रों के अनुसार गुरु का अपमान करने वाले को नरक में जगह मिलती है। ऐसा कहा जाता है कि गुरु का अपमान करना मतलब भगवान का अपमान करने के समान है। जी हाँ और ऐसे व्यक्ति को जल के बिना ब्रह्मराक्षस का जन्म मिलता है।

- धोखे देने वाले लोग या छल,कपट धोखा देने वाले लोग अगला जन्म उल्लू का पाते हैं। इसके अलावा, किसी की झूठी गवाही देने वालों को अंधे का जन्म मिलता है।

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