जर्मनी: जी- 7 सम्मेलन के बाद जर्मनी के विदेश मंत्री मेको मास ने 10 जून को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जी- 7 सम्मेलन के बाद एक संयुक्त बयान से बदल कर यूरोप के साथ विश्वसनीय संबंध को ख़राब कर दिया. इस बारें में मास ने कहा कि आप महज एक ट्वीट कर बहुत तेजी से विश्वास खो देते हैं. बता दें कि ट्रंप ने आम राय वाले अपने एक बयान के शब्दों को खारिज कर दिया था, जिसमें कहा गया था, ‘‘एकजुट यूरोप अमेरिका फर्स्ट का जवाब है. ’’ ट्रंप के इस कदम की 10 जून को जर्मनी के राजनीतिक बाजारों में काफी निंदा की गई. व्हाइट हाउस के आर्थिक सलाहकार लैरी कुदलोव ने 10 जून को कहा कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ने जी - 7 सम्मेलन में हमारी पीठ में छुरा घोंपा. कुदलोव ने आगे कहा कि अमेरिका को जस्टिन द्वारा संवाददाता सम्मेलन में दिए बयान पर ऐतराज है. उन्होंने कहा कि हम सतभावना के साथ बयान में शामिल हुए थे. इसी बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ने एक जुलाई से अमेरिकी सामानों पर शुल्क लगाने की बात कही. उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चेतावनी देते हुए जस्टिन ने कहा कि उनका देश अमेरिका के शुल्क लगाए जाने के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एक जुलाई से अमेरिकी सामान पर जवाबी शुल्क भी लगाएगा. जनाब अगर ये ना होते तो आज इयरफोन भी ना होते सुनील छेत्री ने की मेसी की बराबरी नीरव मोदी ने लगाई ब्रिटैन से राजनीतिक शरण की गुहार