लखनऊ: सोशल मीडिया पर गाजियाबाद का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक अब्दुल समद नाम के मुस्लिम शख्स की पिटाई कर जबरन उसकी दाढ़ी काट रहे थे। इस वीडियो को वायरल कर के आरोप लगाया गया कि बुजुर्ग को ‘हिन्दू गुंडों ने’ पीट पीटकर ‘जय श्री राम’ बुलवाया। हालांकि, पुलिस की जाँच में पता चला कि ये निजी मामला था और ताबीज को लेकर विवाद हुआ था, इसमें कुछ भी सांप्रदायिक नहीं। वहीं AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेताओं ने दावा किया कि अब्दुल समद ताबीज बेचता ही नहीं था। गाजियाबाद मामले में अब अब्दुल समद का एक वीडियो सामने आया है, जिससे स्पष्ट होता है कि वो ताबीज का कारोबार करता था। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने अब्दुल समद के साथ मारपीट से पहले का वीडियो जारी किया है। इसमें वो कह रहे हैं कि, “इंतजार ने कह कर भेजा कि इन्हें ताबीज़ देकर मेरे वश में कर दो, इनसे मेरा काम है।” इसमें वशीकरण और ताबीज की बातें हो रही हैं। शलभ मणि त्रिपाठी ने वीडियो जारी करते हुए कहा कि हिंदुओं और श्रीराम को बदनाम कर दंगा कराने के लिए वीडियो को एडिट कर कहानी गढ़ी गई कि ‘जय श्री राम’ न कहने पर बुजुर्ग को पीट कर उसकी दाढ़ी काट दी गई। वीडियो में उक्त बुजुर्ग से कोई पूछताछ कर रहा होता है और अब्दुल समद जवाब दे रहा होता है। ‘इंतजार ने कह कर भेजा कि इन्हें ताबीज़ देकर मेरे वश में कर दो,इनसे मेरा काम है’ पिटाई से पहले का असली वीडियो जिसमें तांत्रिक ने बताई पूरी कहानी,पर हिंदुओं और श्रीराम को बदनाम कर दंगा कराने के लिए इसे एडिट कर कहानी गढी गई कि जय श्रीराम न कहने पर बुजुर्ग को पीट कर दाढी नोच ली गई। pic.twitter.com/ovJnyUtO2f — Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) June 17, 2021 पेट्रोल-डीजल को लेकर आई अच्छी खबर, जानिए क्या है आज का भाव? जेईई मेन्स परीक्षा 2021: एनटीए संशोधित कार्यक्रम की करेगा घोषणा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 1 पैसे की गिरावट पर बंद हुआ रुपया