अध्यापक:- रमेश बेटा घर की परिभाषा बताओ ? रमेश:- सर जो घर हौंसलें से बनाये जाते हैं उसे "हाउस" कहते हैं। जिन घरों में हवन होते हैं, उन्हें "होम" कहते हैं। जिन घरों में हवा ज्यादा चलती है उन्हें "हवेली"कहते हैं। जिन घरों में दीवारों के भी कान होते हैं उन्हें "मकान" कहते हैं। और जिन घरों के लोन की किश्त भरते-भरते आदमी लेट जाता है उन्हें "फ्लेैट" कहते हैं और जिन घरों में यह भी पता ना हो कि बगल के घर में कौन रहता है उन्हें "बंगला" कहते हैं। अध्यापक अभी तक ICU से बाहर नहीं आ पाये हैं। इतिहास गवाह है दो पत्नियां राॅकेट चलाने के लिए खाली बोतल 500 का नोट