श्रीनगर: लोकसभा सांसद राहुल गांधी पर तीखे जुबानी तीर चलाकर कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले गुलाम नबी आजाद एक बार फिर से पार्टी में वापसी कर सकते हैं। गुलाम नबी आजाद और कांग्रेस के बीच चर्चा चल रही है और जल्दी ही इसे लेकर फैसला हो सकता है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, भारत जोड़ो यात्रा अगले महीने जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करेगी और इसी दौरान गुलाम नबी आजाद की पार्टी में वापसी कराई जा सकती है। इसी साल 26 अगस्त को आजाद ने कांग्रेस से अपना 52 वर्ष पुराना नाता तोड़ते हुए कहा था कि अब पार्टी अपनी राह से भटक रही है और चापलूसों को ही तरजीह दी जा रही है। इतना ही नहीं आज़ाद ने कांग्रेस की वर्तमान स्थिति के लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि, उन्होंने सोनिया गांधी की प्रशंसा की थी। कांग्रेस छोड़ने के बाद गुलाम नबी आजाद ने अक्टूबर में ही डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी का गठन कर लिया था। गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव के दौरान आजाद ने कहा था कि भाजपा का मुकाबला केवल कांग्रेस ही कर सकती है। इसके साथ ही उनका कहना था कि वह कांग्रेस के विरुद्ध नहीं हैं, बल्कि उसकी कमजोर व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े करते हैं। गुलाम नबी आजाद के इस बयान के बाद से ही यह अटकलें लगने लगी थीं कि उनकी कांग्रेस में वापसी हो सकती है। खबर है कि हाल ही में भारत जोड़ो यात्रा के संयोजक दिग्विजय सिंह ने गुलाम नबी आजाद से यात्रा में शामिल होने का आग्रह किया था। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, दिग्विजय सिंह के आग्रह के बाद G-23 का हिस्सा रहे अखिलेश प्रसाद सिंह और भूपिंदर सिंह हुड्डा ने आजाद से संपर्क किया था। सूत्रों के अनुसार, इन दोनों नेताओं ने ही आजाद को कांग्रेस में वापसी के लिए मनाया है। बता दें कि कांग्रेस ने अखिलेश प्रसाद सिंह को बिहार इकाई का प्रदेश प्रमुख बनाया है, जबकि भूपिंदर सिंह हुड्डा को हरियाणा की कमान सौंपी गई है। वहीं कांग्रेस छोड़कर गुलाम नबी आजाद के साथ जाने वाले पूर्व उपमुख्यमंत्री ताराचंद सहित कई नेताओं ने उनका साथ छोड़ दिया है। ऐसे में वह अपनी पार्टी बनाकर भी खुद को अकेले ही महसूस कर रहे थे। माना जा रहा है कि गुलाम नबी आजाद के अलावा कई और कांग्रेस नेता भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पार्टी में वापसी कर सकते हैं। 'बिहार के नाम पर पेट में दर्द क्यों?', मोदी पर पप्पू यादव ने बोला हमला सीताराम येचुरी ने राक्षस से की मोदी सरकार की तुलना, कह डाली ये बड़ी बात चुनाव को लेकर हुए सर्वे ने उड़ाई दिग्विजय सिंह के भाई की नींद, पार्टी आलाकमान से किया ये सवाल