बहुत देर तक छींक, आंसू, डकार, प्यास या उल्टी को रोकने से भी गैस बनने लग जाती है. इसके अलावा डर, टेंशन, दुख और गुस्से के चलते भी एसिडिटी हो जाती है. बहरहाल गैस किसी भी वजह से पैदा हुई हो मगर एक बार हो गई तो परेशान बहुत करती है. दवा खाने का ऑप्शन तो आपके पास हमेशा खुला है मगद दवाओं के अपने साइड इफेक्ट होते हैं ये भी आप जानते हैं. और वैसे भी जिनको अक्सर एसिडिटी की प्रॉब्लम हो उनके लिये तो घरेलू इलाज ही ठीक रहता है क्योंकि इनसे लंबा आराम और परमानेंट इलाज मिलता है. 1-खाना खाने के बाद करीब सौ ग्राम छाछ या मट्ठे में 2 ग्राम अजवायन और एक चुटकी काला नमक मिलाकर पीने से गैस बनना बंद हो जाती है. 2-अलसी/तीसी के पत्तों की सब्जी बनाकर खाने से गैस की शिकायत दूर हो जाती है. 3-दो ग्राम अजवायन को आधा ग्राम नमक के साथ चबाकर खायें. अगर एसिडिटी के चलते पेट दर्द हो रहा है तो वो भी ठीक हो जायेगा. 4-गैस परेशान कर रही है तो एक लहसुन की फांक, चार मुनक्के के साथ चबाकर निगल जायें. मुनक्के के बीज निकाल कर यूज करें. आराम मिलेगा . 4-खाना खाने से पहले एक छोटा टुकड़ा अदरक सेंधा नमक के साथ चबा चबाकर खायें. इससे भूख भी खुलकर लगेगी. खाना खाने के बाद भुने हुए पिसे हुए जीरे में जरा सा सेंधा नमक मिलाकर खा लेने से गैस की दिक्कत नहीं होती और खाना भी ठीक से डाइजेस्ट हो जाता है. आप किसी शीशी में जीरा पीसकर और उसमें काला नमक मिलाकर रख लें. जब भी खाना खायें उसे साथ रखें और खाना खत्म होने के बाद थोड़ी सा ये चूरन लेकर उसकी एक घूंट पानी के साथ उसे निगल जायें. खाना खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए इसलिए बस एक दो घूंट की पानी ही पियें. चिरोंजी कर सकती है शारीरिक...