कोलकाता: पश्चिम बंगाल में एक महिला डॉक्टर के रेप और हत्या के मामले में 40 दिन बीत जाने के बावजूद पीड़िता को न्याय नहीं मिला है। इस मामले ने तब और गंभीर मोड़ ले लिया जब मृतका के पिता ने आरोप लगाया कि अपराध में और लोग भी शामिल हैं। इस बीच, जूनियर डॉक्टर भी सरकार से वार्ता के बावजूद अपने प्रदर्शन को खत्म करने को तैयार नहीं हैं, क्योंकि उन्हें बैठक में किए गए आश्वासनों के लिखित दस्तावेज नहीं मिले हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जूनियर डॉक्टरों ने आरोप लगाया कि उन्हें बैठक के दौरान दिए गए आश्वासनों का कोई लिखित प्रमाण नहीं मिला। बैठक के बाद, सरकार ने उन्हें जो संक्षिप्त बिंदु भेजे, उसमें हस्ताक्षर नहीं थे। डॉक्टरों का कहना है कि बैठक के मिनट्स में जो जानकारी दी गई थी, उसमें भी हस्ताक्षर नहीं थे, और उन्हें ईमेल द्वारा भेजे जाने का वादा किया गया था, जो कि अब तक प्राप्त नहीं हुआ है।सूत्रों के मुताबिक, यह बैठक राज्य सचिवालय में हुई थी, जहां डॉक्टरों ने मुख्य स्वास्थ्य सचिव के खिलाफ जांच कमेटी गठित करने, रात में महिला पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी लगाने, अस्पतालों में पैनिक बटन इंस्टाल करने और तत्काल कार्रवाई के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करने की मांग की। पहले उन्होंने कोलकाता पुलिस कमीशनर विनीत गोयल के ट्रांसफर की भी मांग की थी, जिसे मानते हुए राज्य सरकार ने विनीत गोयल का ट्रांसफर कर मनोज कुमार वर्मा को नियुक्त किया और स्वास्थ्य विभाग के दो वरिष्ठ अधिकारियों को भी हटा दिया। वहीं, तृणमूल कांग्रेस की सरकार इस मामले में ढीले रवैये के लिए आलोचना का सामना कर रही है। इस बीच पार्टी के विधायक स्वप्न देबनाथ ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं का विरोध प्रदर्शन केवल दिखावा है और आरोप लगाया कि प्रदर्शन करने वाली लड़कियां रात में शराब पीने जाती हैं। देबनाथ ने प्रदर्शनकारियों के माता-पिता से सवाल किया कि उन्हें अपनी बेटियों से पूछना चाहिए कि वे रात में कहां जाती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदर्शनकारियों का वास्तविक उद्देश्य केवल ध्यान आकर्षित करना है, और उनमें से कुछ अगले दिन व्यस्त रहते हैं या महंगी साड़ी खरीदने जाते हैं। स्वप्न देबनाथ के बयान ने स्थिति को और जटिल बना दिया है और इससे सरकार और पार्टी की आलोचना और बढ़ गई है। यह मामला अब न केवल न्याय की प्रतीक्षा कर रहा है बल्कि राजनीतिक बयानबाजी और विवादों के बीच उलझा हुआ भी है। ‘3 खानदानों के शिकंजे में नहीं रहेगा जम्मू-कश्मीर’, श्रीनगर में जमकर बरसे PM मोदी 'चाँद पर इंसान उतारने के करीब है भारत..', चंद्रयान-4 को मंजूरी मिलने से गदगद वैज्ञानिक 'वन नेशन-वन इलेक्शन नया संविधान लिखने का प्रयास…', मोदी सरकार पर संजय राउत का हमला