भोपाल। मुज्जफरपुर और देवरिया के बाद भोपाल के एक छात्रावास में 20 वर्षीय मूक बधिर आदिवासी छात्रा के साथ कथित दुष्कर्म की घटना सामने आने के बाद शिवराज सरकार इस मामले में गंभीर हो गयी है। इस मामले की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ना सिर्फ दोषियो को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की बात कही बल्कि उन्होंने भविष्य में ऐसी घटनाओ को रोकने के लिए जरुरी कदम भी उठा लिए है। 1.12 करोड़ बच्चों को स्कूल बैग बाटेंगे शिवराज सीएम शिवराज ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे प्रदेश के सभी आश्रय स्थलों और छात्रावासों का हर महीने निरीक्षण करके मंत्रालय को रिपोर्ट सौपे। शिवराज ने भोपाल में अपने निवास पर इसी मामले में अधिकारियों की बैठक ली थी। इस बैठक के बाद शिवराज ने मीडिआ संवाददाताओं को यह बात कहीं। उन्होंने बताया कि आश्रय स्थलों का हर महीने निरीक्षण करने के साथ-साथ छात्रावासों में बालिकाओं की सुरक्षा के लिये भी नियम बनाने के निर्देश दिये हैं। शिवराज ने साफ़ किया अध्यापकों के संविलियन का रास्ता, अब सीधे अकाउंट मे पहुंचेगा पैसा इसके साथ ही भोपाल रपे केस के दोषी की गिरफ्तारी हो गयी है। जांच पड़ताल कर जल्दी ही दोषी को कड़ी सजा दिलायी जाएगी। बता दें कि इन दिनो देश के बालिका ग्रहों और छात्रावासों में रेप और यौन शोषण की घटनाएं बहुत बढ़ गयी है। ऐसे में शिवराज सिंह का यह उपाय इन घटनाओ को रोकने में काफी मददगार साबित हो सकता है। ख़बरें और भी आदिवासी दिवस : मकान निर्माण के लिए राशि देगी शिवराज सरकार मप्र में सवा लाख युवाओं को रोजगार देंगी शिवराज सरकार मॉब लिंचिंग से निपटने के लिए तैयार है मध्यप्रदेश सरकार