भारत में शिक्षा का स्तर भले ही कितना भी सुधर गया हो लेकिन आज भी यहां अन्धविश्वास खत्म नहीं हुआ हैं. हमारे देश में लोगों को आस्था और अन्धविश्वास में फर्क भी नहीं पता हैं और इसलिए वो कई ऐसी परम्पराओं को अब तक आगे बढ़ा रहे हैं जो सालों पहले ही खत्म हो जाना चाहिए थी. पिछले कई सालों से कुछ ऐसी भी परम्पराएं चलती आ रही हैं जिसमें आस्था के नाम पर अश्लीलता भी होती हैं. ऐसी ही एक परंपरा के बारे में हम आपको आज बता रहे हैं. जिस परंपरा के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं वो तमिलनाडु के मदुरई मंदिर में निभाई जाती हैं. यहां पर करीब 15 दिनों तक 7 लड़कियों को देवी बनाकर मंदिर में रखा जाता है. ये 7 लड़कियां गांववालों द्वारा चुनी जाती है. गाववालें ऐसी लड़कियों को चुनते हैं जिन्हे वो सबसे ज्यादा भाग्यशाली मानी जाती हैं. सबसे पहले गांव की लड़कियों को परेड करना होता है और इस परेड के बाद एक पुरुष पंडित और गांववाले लड़कियों का चुनाव करते हैं. हैरानी वाली बात तो ये है कि इन चुनी हुईं लड़कियों को करीब 15 दिन तक मंदिर में रहना पड़ता है और इस दौरान वो कमर से ऊपर निर्वस्त्र रहती हैं. ये लड़कियां 15 दिन मंदिर में ही कैद रहती हैं और इस दौरान उनके पास कोई भी नहीं जा सकता है. केवल पंडित ही इन लड़कियों की देखभाल कर सकता है. इन सभी लड़कियों की उम्र 10 से 15 साल के बीच होती है. खबरें और भी.... इस गांव में सीटी बजाकर लोेग पुकारते हैं एक-दुसरे को महिला के पेट से निकला 33 किलो का भारी भरमक ट्यूमर और... ये है सबसे डरावना चर्च, देखकर ही भाग जायेंगे आप