हर साल मनाया जाने वाला गीता महोत्स्व इस साल 14 दिसंबर को है। इस महोत्स्व को गीता जयंती के नाम से जाना जाता है। यह हर वर्ष मार्गशीर्ष महीने में शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। आप सभी को बता दें कि इसे लेकर कुरुक्षेत्र में विश्व स्तरीय मेले का आयोजन किया जाता है। इस साल यह मेला 2 दिसंबर से 19 दिसंबर तक रहेगा। इसके अंतर्गत गीता उपदेश का नाट्य रूपांतरण, गीता मैराथन, प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जा रहे हैं। आप सभी को बता दें कि इस बार कुरुक्षेत्र की धरती पर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 को बहुत यादगार बनाया जाएगा। जी दरअसल 14 दिसंबर को दीपोत्सव आकर्षण का केंद्र रहेगा। मिली जानकारी के तहत 48 कोस कुरुक्षेत्र के 75 तीर्थों पर भी दीपोत्सव किया जाएगा। कहा जा रहा है मुख्य आयोजन ब्रह्मसरोवर, सन्निहित सरोवर व ज्योतिसर में किया जाएगा। ऐसी भी खबरें हैं कि इस बार पांच लाख दीये जलाने का लक्ष्य रखा है। आपको याद हो तो पिछली बार महोत्सव में सवा दो लाख दीये लगाए गए थे, इसी के साथ अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के बीते नौ दिसंबर को शुरू हुए मुख्य आयोजन को लेकर प्रशासन और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की बैठकें हो चुकीं हैं। बीते नौ दिसंबर को हरियाणा के राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय और गुजरात के राज्यपाल आचार्य डा। देवव्रत आर्य महोत्सव का शुभारंभ कर चुके हैं और इसी के साथ कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार शुरू हो गया है। आपको बता दें कि डीसी मुकुल कुमार ने दीपोत्सव की तैयारियों को लेकर बैठक कर ली है। उनका कहना है कि, 'अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 में 14 दिसंबर का दीपोत्सव कुरुक्षेत्र ही नहीं महोत्सव के साथ देश-विदेश से जुड़े लाखों लोगों के लिए एक विशेष दिन होगा। दीपोत्सव में एक नया इतिहास जोडऩे की तैयारी है। इस दिन एक समय में विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से एक साथ करीब पांच लाख दीये जलाए जाएंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल समारोह में शिरकत करेंगे और परंपरा अनुसार दीपदान भी करेंगे। इस कार्यक्रम में प्रत्येक संस्था को ब्रह्मसरोवर के घाटों पर एक निश्चित स्थान दिया जाएगा।' लॉन्च के तुरंत बाद जुपिटर ने बढ़ाई इस मॉडल की कीमत जनरल बिपिन रावत को इंडियन आर्मी का सलाम, इस लिंक पर करें श्रद्धांजलि अर्पित देश के वीरों को अंतिम विदाई, एनएसए और रक्षा मंत्री ने दी श्रद्धांजलि