नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय के इतिहास में कल का दिन काफी ऐतिहासिक रहा. दरअसल, जम्मू एंड कश्मीर उच्च न्यायालय को कल गीता मित्तल के रूप में पहली महिला मुख़्य न्यायाधीश मिल गई. गीता मित्तल जो कि फ़िलहाल दिल्ली उच्च न्यायालय में कार्यवाहक मुख़्य न्यायाधीश है. वे अब अपना ओहदा बढ़ाते हुए अब जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय में ऐतिहासिक कदम रखने जा रही है. पढ़ा लिखा मलिक दो दिन पहले ही बना था आतंकवादी हो गया ढेर सरकार द्वारा शुक्रवार को इस संबंध में एक नोटिफिकेशन जारी किया गया है. जहां गीता मित्तल जल्द ही जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय की पहली महिला मुख़्य न्यायाधीश का पदभार संभालेंगी. जारी आदेश में यह भी बताया गया है कि गीता मित्तल के साथ ही दो अन्य जजों की नियुक्ति भी होगी. जिसमे एक महिला जज और शामिल है. जम्‍मू-कश्‍मीर : शुक्रवार के बाद शनिवार भी आतंकियों से मुठभेड़ जारी महामहिम रामनाथ कोविंद ने इस समबन्ध में आदेश जारी किया है. जिसमे 2 अन्य जजों में सिंधु शर्मा और पूर्व जिला एवं सत्र न्यायाधीश रशीद अली डार का नाम शामिल है. बता दे कि चीफ जस्टिस बी डी अहमद के सेवानिवृत होने के बाद गीता मित्तल को यह पद मिला है. चीफ जस्टिस बी डी अहमद के रिटायर होने के बाद यह पद 15 मार्च 2018 से खाली पड़ा हुआ था. 9 दिसंबर 1958 को जन्मी गीता मित्तल की गिनती देश के वरिष्ठ जजों में की जाती है. ख़बरें और भी... ...तो कश्मीर में नहीं लहराएगा तिरंगा पुलिस के घर में घुस आतंकी बोले, नौकरी छोडो वर्ना जान गंवाओ बीजेपी से हाथ छूटा, तो मेहबूबा को याद आए अटलजी