नई दिल्ली : जब से इस साल के बजट में शेयरों में कमाई पर दीर्घकालीन पूंजीगत लाभ (एलटीसीजी) कर लगाया है, तब से सेंसेक्स और निफ़्टी दोनों में लगातार गिरावट जारी है. कारोबारी इसे एलटीसीजी से जोड़ रहे हैं. इस पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने स्पष्ट किया कि इसके पीछे वैश्विक कारण है .उन्होंने अमेरिकी सूचकांक डॉव जेंस में आई भारी गिरावट का भी जिक्र किया. गौरतलब है कि बजट 2018-19 में शेयरों से कमाई पर एलटीसीजी कर दोबारा लगाए जाने के बाद बाजार में गिरावट देखी गई थी. शुक्रवार सेंसेक्स में 800 अंकों से अधिक की और निफ्टी सूचकांक में 200 से अधिक गिरावट दर्ज की गई थी. इस पर केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को कहा कि शेयर बाजार में यह गिरावट बजट या एलटीसीजी की वजह से नहीं है. डॉव जोंस में भी दो फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज हुई है. आपको बता दें कि जेटली ने शुक्रवार को अमेरिकी शेयर बाजार के सूचकांक डॉव जेंस में आई भारी गिरावट का उल्लेख कर कहा कि डॉव जोंस इंडिस्ट्रयल एवरेज शुक्रवार को 665.75 अंकों यानी 2.75 फीसदी की गिरावट के साथ 25,520,96 पर बंद हुआ था. बीएसई के सेंसेक्स में सोमवार को भी गिरावट जारी रही. सोमवार को सेंसेक्स में लगभग 550 अंकों की गिरावट देखी गई थी. यह भी देखे नहीं थम रहा बाज़ार में गिरावट का दौर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स के नुकसान से कैसे बचें