पोलैंड. जलवायु परिवर्तन अब देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक बड़ी भयंकर समस्या बन चूका है और दुनिया का कोई भी देश इससे होने वाले नुकसान से बच नहीं सका है. दुनिया भर में कार्बन के अत्यधिक मात्रा में उत्सर्जन होने से दुनिया भर में जलवायु परिवर्तित हो रही है और इससे धरती का तापमान बढ़ने के साथ-साथ और भी कई गंभीर दुष्परिणाम सामने आ रहे है. इस मामले में अब सयुंक्त राष्ट्र भी गंभीर हो गया है. हादसे के दो महीने बाद अब फिर रवाना होगा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र के लिए पहला मिशन संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने हाल ही में विनाशकारी जलवायु परिवर्तन के गंभीर दुष्परिणामों पर चिंता और क्रोध व्यक्त करते हुए कहा है कि पूरी दुनिया इस वक्त्र खतरनाक जलवायु परिवर्तन से जूझ रही है और इससे निपटने के लिए हमारी योजनाए अभी भी “राह से दूर” है. दरअसल कल (सोमवार) यूरोपीय देश पोलैंड में जलवायु परिवर्तन को लेकर सयुंक्त राष्ट्र द्वारा सीओपी24 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इस आयोजन में ही श्रोताओं को सम्बोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने यह बातें कही है. जलवायु परिवर्तन पर अब विश्‍व बैंक भी हुआ गंभीर, निपटने के लिए अब करेगा 200 अरब डॉलर खर्च यूएन महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने इस दौरान कई रिपोर्ट्स का उधारण देते हुए यह भी कहा कि पिछले कुछ सालों में पर्यावरण संबंधी कई घातक रिपोर्टें सामने आईं है. इन रिपोर्ट्स में यह बताया गया है कि दुनिया भर में भूमंडलीय तापमान कितनी बड़ी तेजी के साथ बढ़ रहा है और इसे रोकने के लिए दुनिया के सभी देशों को अपने ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जनों में भारी मात्रा में कटौती करनी होगी. ख़बरें और भी करतापुर कॉरिडोर : ‘गुगली’ वाले बयान पर हंगामा, अब इमरान भी उतरे मैदान में सुर्खियां: ये हैं देश और दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी ख़बरें एक साल में भारत की चौथी बड़ी डील, एक अरब डॉलर से खरीदेगा दो स्टील्थ युद्धपोत हॉकी विश्वकप: भारतीय टीम ने कैसे रोका बेल्जियम को, कोच ने बताया सच