नई दिल्ली: नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. किसान नए कानून को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. केंद्र सरकार और किसानों के बीच कई दौर की वार्ता के बाद भी इस समस्या का निराकरण नहीं निकल सका है. इस बीच पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों के मुद्दे पर मंगलवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे राकेश टिकैत की सराहना की गई. इस बैठक में एक प्रस्ताव भी पारित किया गया. बैठक में पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को वैधानिक बनाने के साथ ही केंद्र सरकार कृषि कानूनों को तत्काल रद्द करे. प्रस्ताव में दिल्ली में हुई हिंसा की निंदा की गई है और लाल किले पर शांति-व्यवस्था बरक़रार रखने के लिए जिम्मेदार लोगों की लापरवाही को लेकर न्यायिक जांच कराने की मांग की गई है. प्रस्ताव में किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने और उनकी रिहाई की भी मांग की गई है, जो जेल में हैं. इसके साथ ही बैठक में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को पीएम से इस संबंध में मुलाकात करने के लिए भेजने का भी फैसला लिया गया है. इस समस्या के निराकरण में केंद्र की ओर से देरी को गंभीरता से लेते हुए पंजाब के सियासी दलों ने भारत सरकार से किसानों की शिकायतों का समाधान करने और तीनों कृषि कानून तत्काल रद्द करने की अपील की. ममता बनर्जी का बड़ा बयान, कहा- 7-8 दिनों में हो सकता है विधानसभा चुनाव का ऐलान किसान आंदोलन: लापता किसानों का पता लगाने में मदद करेगी दिल्ली सरकार, केजरीवाल ने दिया भरोसा हिमंत बिस्वा सरमा का बड़ा बयान, कहा- असम के कुछ मुसलमान बहुत सांप्रदायिक