पणजी : गोवा में सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद कांग्रेस की सरकार नहीं पाने का दर्द कांग्रेस के विधायक विश्वजीत राणे के मुंह से छलक ही आया. विधायक राणे इसके लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदार मान रहे हैं. राणे ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के 'कुप्रबंधन' को सरकार न बनने की वजह बताया.विश्वजीत राणे ने सीधे तौर पर केंद्रीय नेतृत्व पर निशाना साधा. बता दें कि मंगलवार रात पार्टी विधायकों के एक समूह ने बैठक की थी जहां उन्होंने वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य को लेकर अपनी पीड़ा और नाराजगी प्रकट की. राणे ने कहा ऐसा लगता है जैसे दिल्ली से भेजे गए नेता कभी चाहते ही नहीं थे कि गोवा में कांग्रेस सरकार बनाए. पूर्व मुख्यमंत्री प्रतापसिंह राणे के बेटे विश्वजीत राणे ने कांग्रेस विधायक दल के नेता के चुनाव में देरी पर भी सवाल खड़े किए हैं. उनका मानना है कि दिल्ली से जो प्रभारी गोवा आए थे, पार्टी को उनके कुप्रबंधन का पता लगना चाहिए. इसलिए उन्होंने इस मसले पर पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा है. उल्लेखनीय है कि कांग्रेस विधायकों की इस नाराजगी को दिग्विजय सिंह पर निशाने के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह पर ही गोवा में चुनाव की जिम्मेदारी थी. स्मरण रहे कि गोवा में बीजेपी को 13 और कांग्रेस को 17 सीटें मिली थीं. बीजेपी दूसरे नंबर की पार्टी थी. इसके बावजूद उसने फुर्ती दिखाते हुए क्षेत्रीय दलों और निर्दलीयों के साथ बीजेपी ने गोवा में सरकार बनाई और पार्टी के दिग्गज नेता मनोहर पर्रिकर ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले ली और कांग्रेस मुंह ताकती रह गई. यह भी पढ़ें गोवा में आम पार्टी की हार के साथ जमानत हुई जब्त गोवा बीच पर मिली विदेशी लड़की की लाश, बलात्कार के बाद हत्या की आशंका