दिल्ली: अमरनाथ की यात्रा के दौरान शंख, घंटी, जयकारे जैसी ध्वनि पर रोक का घोर विरोध किया गया था. मगर इसे लागु किया गया जिससे श्रद्धालुओं में काफी रोष था. मगर सूत्रों की माने तो अब सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर इस रोक को हटा कर बाबा बर्फानी के भक्तो को खुश कर दिया है. कोर्ट ने ये फैसला बाबा के भक्तो की भावनाओं को ध्यान में रख कर लिया था. इससे पहले पहाड़ी इलाके में ध्वनि और कम्पन्न से बर्फ के धसने की शंका को लेकर उक्त रोक लगाई गई थी. जिसे अब वापस हटा दिया गया है. तो इस बार बाबा के जयकारे लगते हुए अमरनाथ यात्रा का लाभ लीजिये. मगर अमरनाथ यात्रा के दौरान ऊंचाई के कारण होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए ये तरीके भी अपनाये - 1. यात्रा की तैयारी करने के लिए शारीरिक तौर पर चुस्त-दुरूस्त रहें - यात्रा से कम से कम एक महीना पहले तैयारी के तौर पर 4-5 किलोमीटर सुबह/शाम की सैर शुरू करने की सलाह दी जाती है. 2. शरीर की ऑक्सीजन संबंधी दक्षता को बेहतर बनाने के लिए गहरे सांस लेने का अभ्यास और योग, विशेषकर प्राणायाम शुरू कीजिए. 3. ऊंचाई पर जाने से पहले अपने चिकित्सक से जांच कराएं, कहीं आपको को स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी तो नहीं. 4. ऊंचाई पर चढ़ते समय धीमे चलें और ढलान आने पर कुछ देर आराम करने के लिए रुकिए. 5. अपनी सामान्य क्षमता से अधिक बल लगाने से बचिए. 6. विविध स्थानों पर आवश्यक तौर पर आराम के लिए रुकिए, टाइम लॉगिंग सुनिश्चित कीजिए और अगले स्थान की ओर बढ़ते समय डिस्प्लै बोडर्स पर अंकित चलने के आदर्श समय जितना ही वक्त लगाइये. 7. कोई भी दवा लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लीजिए. 8. पानी की कमी और सिरदर्द से बचने के लिए खूब पानी पीजिए, एक दिन में लगभग 5 लीटर पानी पीजिए. 9. यात्रा क्षेत्र में भोजन करते समय श्राइन बोर्ड की वेबसाइट Shriamarnathjishrine.com पर उपलब्ध निर्धारित फूड मेन्यू का अनुसरण कीजिए. 10. थकान और लो ब्लड शूगर लेवर से बचने के लिए कार्बोहाइड्रेट काफी मात्रा में लीजिए. 11. अपने साथ पोर्टेबल ऑक्सीजन ले जाइए. सांस लेने में तकलीफ होने पर इससे मदद मिलेगी. 12. ऊंचाई पर होने वाली तकलीफों के लक्षण दिखते ही फौरन निचले स्तर पर उतर आइए. 13. यदि अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाण पत्र प्राप्त करने के कुछ हफ्ते बाद आपकी स्वास्थ्य में कोई बदलाव आए, तो यात्रा पर रवाना होने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लीजिए. 14. ऊंचाई पर होने वाली तकलीफों के किसी भी प्रकार के लक्षण या कोई अन्य असुविधा होने पर फौरन नजदीकी चिकित्सा सुविधा से संपर्क कीजिए. चिकित्सा सुविधा हर दो किलोमीटर पर उपलब्ध है. टूटी पटरी पर दौड़ी सप्तक्रांति, बड़ा हादसा टला भारत की संस्कृति को जानने के लिए ब्रज आई ये हॉलीवुड एक्ट्रेस 'दीन बचाओ- देश बचाओ' के नारों के साथ पीएम पर निशाना