गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने अमेरिकी सरकार द्वारा अविश्वास जांच का सामना कर रहे टेक्नोलॉजी की दिग्गज कंपनी पर रेगुलेशन को लेकर चेतावनी दी है. संदर पिचाई ने एक इंटरव्यू में कहा है कि टेक्नोलॉजी की बड़ी कंपनियों के काम पर सरकार की नजर होनी चाहिए, लेकिन नियंत्रण के नाम पर उन्हें परेशान करना ठीक नहीं है. उन्होंने यह भी कहा है कि पूरी तरह से सहयोग करने को वे जांच में तैयार हैं. अपने पास की मोबाइल शॉप से Realme C2 खरीदे बहुत कम कीमत में, ये है रिपोर्ट आपकी जानकारी के लिए बता दे कि सुंदर पिचाई ने सीएनएन बिजनेस को दिए अपने इंटरव्यू में कहा है कि यह जांच भले ही कुछ कंपनियों के लिए नई हो लेकिन गूगल के लिए यह कोई नई बात नहीं है. गूगल पहले से ही यूरोप में इस तरह की जांच का सामना कर रहा है. यहां आपको बता दें कि सुंदर पिचाई ने पहली बार टेक कंपनियों की जांच को लेकर कुछ कहा है. दरअसल अमेरिकी न्याय विभाग (डीओजी) vs गूगल के विज्ञापन के तरीके और सर्च रिजल्ट्स में भेदभाव को लेकर जांच शुरू की है. Amazon अब हर घंटे इस काम के लिए देगा 140 रु इसी मामले को लेकर यूरोप में गूगल पर जुर्माना भी लगाया जा चुका है. यूरोपीय संघ ने प्रतिस्पर्धा कानून के उल्लंघन को लेकर गूगल पर इसी साल 1.49 अरब यूरो यानी करीब 117 अरब रुपये का जुर्माना लगाया है. गूगल पर यह जुर्माना ऑनलाइन विज्ञापन में पक्षपात को लेकर लगा है. इससे पहले भी पिछले साल जुलाई में यूरोपीय आयोग गूगल पर इसी बात को लेकर 344 अरब रुपये का जुर्माना लगाया था. जो कि सबसे बड़ा जुर्माना गूगल पर लगने वाला था. फेसबुक लाइव में पाकिस्तानी मंत्री का बना मजाक, जानिए वजह ? टाटा स्काई ने पेश की रूम टीवी सर्विस, जानिए प्लान