कैलिफोर्निया: गूगल और अल्फाबेट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) सुंदर पिचाई ने भारत के प्रति गूगल की चल रही प्रतिबद्धता पर चर्चा के लिए एक "शानदार" बैठक के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है। एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट में, प्रधान मंत्री मोदी के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हुए, सुन्दर पिचाई ने लिखा कि, "भारत के प्रति गूगल की चल रही प्रतिबद्धता और हम कैसे अपने परिचालन का विस्तार कर रहे हैं, एआई का लाभ उठा रहे हैं और अपनी साझेदारी बढ़ा रहे हैं, इस पर चर्चा करने के लिए आज की शानदार बैठक के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद।" बता दें कि पीएम मोदी ने सोमवार, 16 अक्टूबर को गूगल और अल्फाबेट के CEO सुंदर पिचाई के साथ वर्चुअली बातचीत की। बातचीत के दौरान, पीएम मोदी और सुन्दर पिचाई ने भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र के विस्तार में भाग लेने के लिए Google की योजना पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने भारत में क्रोमबुक के निर्माण के लिए एचपी के साथ गूगल की साझेदारी की सराहना की। प्रधान मंत्री ने Google की 100 भाषाओं की पहल को स्वीकार किया और भारतीय भाषाओं में AI उपकरण उपलब्ध कराने के प्रयासों को प्रोत्साहित किया। प्रधान मंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार, उन्होंने Google को सुशासन के लिए AI टूल पर काम करने के लिए भी प्रोत्साहित किया। प्रधान मंत्री ने गांधीनगर में गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (GIFT) में अपना वैश्विक फिनटेक संचालन केंद्र खोलने की Google की योजना का स्वागत किया। पिचाई ने प्रधान मंत्री को GPay और UPI की ताकत और पहुंच का लाभ उठाकर भारत में वित्तीय समावेशन में सुधार करने की Google की योजनाओं के बारे में जानकारी दी। विज्ञप्ति में कहा गया है कि उन्होंने भारत के विकास पथ में योगदान देने के लिए Google की प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया। इसमें कहा गया है कि प्रधान मंत्री ने Google को AI शिखर सम्मेलन पर आगामी वैश्विक साझेदारी में योगदान देने के लिए भी आमंत्रित किया, जिसकी मेजबानी भारत दिसंबर 2023 में नई दिल्ली में करेगा। समलैंगिक विवाहों का बेहद महत्वपूर्ण मामला, सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की संवैधानिक पीठ आज सुनाएगी फैसला, CJI भी शामिल फिलिस्तीनी दूत से मिले विपक्षी दलों के कई नेता, गाज़ा की पीड़ा पर जताई चिंता, आतंकियों द्वारा नग्न घुमाई गईं महिलाओं पर एक शब्द नहीं ! आज जंतर-मंतर पर 'इजराइल' के खिलाफ मुस्लिम संगठनों का प्रदर्शन, हमास के 'आतंकी' कृत्यों की कोई निंदा नहीं !