गूगल हर बड़े मौके पर डूडल बनाकर उसे सेलिब्रेट करता है और इसी क्रम में आज गूगल ने मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती पर उन्हें याद किया है. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया एक महान इंजीनियर और भारत रत्न से सम्मानित हैं. आज मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की 157वीं जयंती है. इस दिन को पूरे देश में 'इंजीनियर्स डे' यानी 'अभियंता दिवस' के रूप में भी मनाया जाता है. इस मौके पर गूगल भी कहा पीछे रहने वालों में से है. गूगल पर इडियट लिखते ही क्यों खुलती है ट्रम्प की फोटो ? गूगल ने अपना डूडल बदलकर उसपर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की तस्वीर लगाई है. जैसे ही आप गूगल खोलेंगे तो आपको सामने एक मैसूर पेटा (पगड़ी) पहने एक व्यक्ति की तस्वीर दिखाई देगी और इस तस्वीर के पीछे आपको एक दिवार भी नजर आएगी. आपको बता दें ये तस्वीर एम. विश्वेश्वरैया की है और उनके पीछे जो आपको दिवार नजर आ रही है वो कावेरी नदी पर बने कृष्णा राजा सागर बांध की तस्वीर है. दरअसल एम. विश्वेश्वरैया ने कृष्णा सागा बांध का निर्माण किया था. गूगल ने आज का डूडल एम. विश्वेश्वरैया को समर्पित किया है. केरल कर्नाटक की मदद के लिए आगे आया गूगल, देगा एक मिलियन डॉलर्स एम. विश्वेश्वरैया का जन्म 15 सितंबर 1861 को मैसूर (कर्नाटक) के कोलार जिले के चिक्काबल्लापुर तालुका में हुआ था. उन्होंने अपनी शिक्षा बेंगलुरु के यूनाइटेड मिशन हाई स्कूल से पूरी की थी. इसके बाद उन्होंने बेंगलुरु के सेंट्रल कॉलेज से स्नातक की डिग्री लेने के बाद पुणे के इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी. एम. विश्वेश्वरैया मैसूर के दीवान थे, उनका कार्यकाल 1912-1918 तक रहा इसके बाद उन्हें साल 1955 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. एम. विश्वेश्वरैया देश के जाने-माने बड़े इंजीनियर थे और इसलिए उनके जन्मदिन को इंजीनियर्स डे के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है. गूगल और फेसबुक ने भी मनाई समलैंगिक यौन संबंध जायज होने की ख़ुशी गूगल ने डूडल बनाकर सेलिब्रेट किया शिक्षक दिवस गूगल ने सबसे बड़े कलाकार को समर्पित किया अपना डूडल