गूगल का आरोप है कि पूर्व इंजीनियर्स की टीम ने कंपनी द्वारा बनाए गए डिजाइन और सिस्टाम को चुराकर उबर को दिया था। गूगल के अनुसार, यह ट्रेड सीक्रेट चुराने का मामला है। इससे गूगल और उबर की दोस्ती पूरी तरह खत्म हो गई है। दोनो की दोस्ती पर शुरु किया गया बिजनेस अब अदालती लड़ाई में उलझ गया है। गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फा बेट द्वारा शुरू किए गए सेल्फा ड्राइविंग प्रोजेक्ट वेमो ने कैब सर्विस देने वाली कंपनी उबर पर केस दर्ज कराया है। आपको बता दे कि दोनों कंपनियां सेल्फ ड्राइविंग कारों की तकनीक पर काम कर रहे हैं और इसी वजह से इनके बीच की दोस्ती खत्म होकर दुश्मनी में बदल गई थी। कंपनी ने इसे इंटलेक्चुीअल प्रॉपर्टी चोरी का मामला बताते हुए केस दर्ज कराया है। सेल्फर ड्राइविंग प्रोजेक्ट वेमो के सह-संस्थांपक एंटनी लेवाडोस्कीस ने प्रोजेक्टल छोड़ने से पहले 14000 से ज्यादा सीक्रेट फाइल्स् को कॉपी कर लिया था। इस फाइल में हार्डवेयर सिस्टटम भी शामिल था। यही कारण है कि उबर के डिजाइन और वेमो के डिजाइन आपस में मिलते जुलते दिखाई दे रही है। जानकारी है कि एंटनी लेवाडोस्कीे ने 9 साल पहले गूगल का सेल्फ ड्राइविंग प्रोजेक्ट छोड़ दिया था और ओटो नाम का नया वेंचर बनाने के बाद, इस वेंचर को उबर ने 680 मिलियन डॉलर में खरीद लिया था। भारत में जल्द होगी होंडा की हैचबैक क्रॉसओवर WR-V कार की लॉन्चिंग भारत ने ktm की बिक्री में अमेरिका को पछाड़ा