अमेरिका की जानी मानी मशहूर टेक कंपनी गूगल शीघ्र ही प्ले-स्टोर की इन-ऐप परचेज से संबंधित दिशा-निर्देश में परिवर्तन करने वाली है, जिसका डायरेक्ट प्रभाव डवलपर्स पर होगा। इन परिवर्तन के पश्चात् डवलपर्स को किसी भी ऐप की परचेज पर कंपनी को 30 प्रतिशत कमीशन प्रदान करना होगा। इसके साथ-साथ अधिकतर ऐप को डाउनलोड करने से लेकर सब्सक्रिप्शन क्रय करने तक के लिए गूगल की बिलिंग सर्विस का उपयोग करना होगा। हालांकि, कंपनी की तरफ से दिशा-निर्देश में परिवर्तन को लेकर ऑफिशियल जानकारी शेयर नहीं की गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गूगल अगले हफ्ते इन-ऐप परचेज के दिशा-निर्देशों में परिवर्तन कर सकती है। डवलपर्स को ऐप की परचेज पर कंपनी को 30 प्रतिशत कमीशन देनी होगी। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि जो डेवलपर्स नई गाइडलाइन पालन नहीं करेंगे, तो उन्हें थोड़ा वक़्त दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त डवलपर्स को गूगल के नए बिलिंग सिस्टम को अपनाना होगा। ऐप्पल तथा गूगल दोनों ही कंपनियां इन-ऐप परचेज के माध्यम से अरबों डॉलर्स कमाती हैं। परन्तु ऐप्पल की नीति गूगल की अपेक्षा में अधिक सख्त है। ऐप्पल डवलपर्स को बाहरी पोर्टल के माध्यम से मोबाइल ऐप की सब्सक्रिप्शन बेचने की मंजूरी नहीं देता है। वही Google Map ने हाल ही में अपने उपभोक्ता की सुविधा के लिए बहुत ही विशेष फीचर लॉन्च किया है। जिसकी सहायता से यह पता चलेगा कि आपके इलाके में कितने COVID-19 मरीज हैं। 'COVID लेयर' नाम से लॉन्च किया गया यह फीचर एंड्रॉइड प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगा। इसी के साथ लोगों को काफी सुविधा मिलेगी। क्या आप भी अपने फ़ोन में चलाना चाहते है दो Whatsapp अकाउंट, तो जानिए ये तरीका Vi उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खबर, फ्री में मिल रही है ये सुविधा पांच कैमरों के साथ सैमसंग का नया स्मार्टफोन होगा लॉन्च