नेपाल में शहरी युवा, जो अक्सर देश की राजनीति में रुचि नहीं रखते हैं, अब सरकार के खिलाफ विभिन्न मांगों को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं। उनके विरोध और खुशी का पैटर्न नया है, जिसने पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया है। एक तरफ नेपाली संसद में लिपुलेख कालापानी को मान्यता देने पर खुशी जताते हुए सड़कों पर मोमबत्तियां जलाईं तो दूसरी तरफ कोरोना वायरस के प्रति सरकार की कमजोर नीतियों और भ्रष्टाचार के खिलाफ नारे लगाए।कोरोना संकट ने दिन-प्रतिदिन नेपाल को त्रस्त कर दिया है, सोशल मीडिया पर आवाजें उठ रही थीं कि सरकार इसे ठीक से नहीं संभाल सकती है। पर्याप्त कोरोना परीक्षण न होना, चिकित्सा आपूर्ति की खरीद में अनियमितता, और अन्य मुद्दे मीडिया और सोशल मीडिया में हैं। युवा इन मुद्दों को लेकर सड़क पर उतरे हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें की तीन दिन पहले, सरकार ने काठमांडू सहित कम संक्रमित क्षेत्रों में लॉकडाउन को ढीला करने की नीति अपनाई। सरकार को यह निर्णय लेने के लिए मजबूर किया गया। क्योंकि लोगों की आजीविका में समस्या आ रही थी। छात्रों का कहना है कि लॉकडाउन के खुलने का मतलब यह नहीं है कि देश में कोरोना महामारी नियंत्रण में आ गई है। संक्रमण बढ़ रहा है, और आने वाले दिनों में इसके और तेज होने का खतरा है।नेपाल के लोगों ने लॉकडाउन के पांच चरणों में सरकार के फैसले का समर्थन किया। वहीं लोगों को घर के भीतर रखकर, नेताओं ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई न लड़कर राजनीतिक खेलों में शामिल हो गए। सरकार भारत से आने वाले नेपालियों को अच्छी तरह से जांच नहीं कर सकी। रूपनदेही डीएसपी मान बहादुर शाही ने बताया कि छात्रों ने शांतिपूर्ण रूप से प्रदर्शन कर रहे हैं। कहीं अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। सब कुछ सामान्य स्थिति में है। अलग तरह से हो रहा आंदोलन रूपनदेही के छात्र संगम ने बताया कि आज तक कई तरह के आंदोलनों को देखा है। अधिकांश आंदोलनों का नेतृत्व एक राजनीतिक दल ने किया। हमने प्रदर्शनकारियों को पार्टी के झंडे और बैनर दिखाते हुए और सड़क पर वाहनों को तोड़ते हुए और पुलिस पर पत्थर फेंकते हुए 'नश्वरवाद और जीवन' के नारे लगाते हुए देखा है। हालांकि, आज का युवा आंदोलन इससे अलग है। प्रदर्शनकारी चुपचाप हाथों में विभिन्न संदेशों के साथ तख्तियों के साथ बैठते हैं। वे कोई अराजकता नहीं दिखाते। वे नारेबाजी नहीं करते हैं। वे पुलिस से भिड़ने नहीं जाते। जून महीने में मारुति की इस किफायती कार को भारी डिस्काउंट में खरीदने का मौका EPF : इस तरीके से आसानी से सुधार सकते है अकाउंट की गलतीयां मजदूरों को सीएम योगी ने दी बड़ी राहत, 10 लाख से ज्यादा खातों में डाले एक-एक हजार रुपए