नई दिल्ली: कोरोना महामारी का कहर अभी भी देश में निरंतर बना हुआ है इस बीच कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामले भी भारत में दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे है. वही अब ओमिक्रॉन की पहचान ओमिश्योर किट से हो सकेगी। RTPCR मशीन में लगने वाली इस किट से कोरोना टेस्ट भी हो सकेगा। तीन से चार घंटे के भीतर इसकी रिपोर्ट भी आ जाएगी। इस स्वेदशी किट को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की तरफ से अनुमति भी प्राप्त हो गई है। यह किट इसी महीने रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर (आरएमआरसी) को मिल जाएगी। इससे टेस्ट और सरल हो जाएगा। प्राप्त खबर के अनुसार जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आँकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। मगर स्वास्थ्य विभाग को यह खबर नहीं मिल पा रही है कि आखिर कौन सा वैरिएंट संक्रमण फैला रहा है। कई बार जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए नमूनें भी भेजे गए, मगर रिपोर्ट नहीं आ सकी। ऐसे में यह स्वदेशी किट नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का पता लगाने में सहायक होगी। RMRC के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ अशोक पांडेय ने कहा कि इस किट को अमेरिका आधारित कंपनी थर्मो फिशर ने डिजाइन तथा विकसित किया है। इसका निर्माण टाटा ने किया है। इस किट को ICMR की तरफ से अनुमति भी प्राप्त हो गई है। इससे पहले ओमिक्रॉन वैरिएंट का पता लगाने के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग की सहायता ली जा रही थी। अब ओमिश्योर की सहायता से ओमिक्रॉन वैरिएंट का तुरंत पता लगाया जा सकेगा। दिल्ली में बेकाबू संक्रमण से हमारे तीन जिलों में बढ़े मरीज: अनिल विज यदि आप भी है 10वीं पास तो BSF दे रहा इन पदों पर आवेदन करने का मौका, जानिए क्या है अंतिम दिनांक उत्तर भारत में हुआ पहला डबल लंग ट्रांसप्लांट, कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी डॉक्टर्स ने जीती जंग