गोरखपुर: किसी भी काम को करने की यदि ठान लो, तो दुनिया की कोई मुश्किल आपको नहीं रोक सकती है. गोरखपुर की संध्या सहानी ने इस कहावत को यथार्थ सिद्ध कर दिया है. संध्या को पढ़ने का जूनून है. स्कूल तक जाने के लिए रास्ता नहीं है, ऑनलाइन क्लास के लिए उनके पास स्मार्टफोन भी नहीं है. लेकिन इसके बाद भी वह जिस तरह अपनी पढ़ाई कर रही हैं, उसके सब मुरीद हो गए हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी इसकी प्रशंसा कर चुके हैं. Gorakhpur | Undeterred by floods, class 11 student Sandhya Sahani rows a boat daily to reach her school in Bahrampur. "I couldn't take online classes as I didn't have smartphone. When schools reopened, floods hit the area so I decided to reach school by a boat," says Sahani pic.twitter.com/yJzLvcM384 — ANI UP (@ANINewsUP) September 5, 2021 संध्या सहानी गोरखपुर में रहती हैं. 11वीं कक्षा की छात्रा संध्या गोरखपुर के बहरामपुर में स्थित अपने स्कूल जाने के लिए नाव का सहारा लेती हैं. वह खुद नाव को चलाकर स्कूल पहुंचती हैं. बता दें कि कोरोना महामारी के दौरान स्कूल बंद रहे थे. अब यूपी और अन्य राज्यों में धीरे-धीरे स्कूल खुल रहे हैं, किन्तु छात्रों पर फिर भी ऑनलाइन क्लास लेने का विकल्प है. पर संध्या घर से पढ़ाई नहीं कर सकती, क्योंकि उनके पास स्मार्टफोन नहीं है. संध्या सहानी ने आगे कहा कि, 'मैं ऑनलाइन क्लास नहीं ले सकती, क्योंकि मेरे पास इंटरनेट वाला फोन नहीं है. जब स्कूल खुले तो हमारे इलाके में बाढ़ आ गई. तब मैंने तय किया कि नाव से ही स्कूल जाऊंगी.' बता दें कि संध्या की तस्वीरें शिक्षक दिवस (5 सितम्बर) पर सामने आई थीं. तब राहुल गांधी ने संध्या की तस्वीरों को पोस्ट करते हुए लिखा था कि, ‘मुश्किल हालात, विफल प्रशासन और अनिश्चित भविष्य के बावजूद बच्ची ने साहस नहीं खोया. संध्या का साहस हमें बहुत कुछ सिखाता है.’ पुरस्कार विजेता शिक्षकों ने गुवाहाटी में शिक्षक दिवस पर किया हंगामा देश के बाकि हिस्से से पूरी तरह कटा सिक्किम, भूस्खलन के चलते नेशनल हाईवे-10 बंद अफगानिस्तान को धन देने के मुद्दे पर करेंगे बैठक करेंगे संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस