मुंबईः केंद्र सरकार ने ई-कॉमर्स कंपनियों अमेजन और फ्लिपकार्ट से ब्योरा मांगा है। सरकार ने इन कंपनियों से अपने पांच-पांच शीर्ष विक्रेताओं के नाम, पसंदीदा विक्रेताओं के उत्पादों की लिस्ट र उनको दिए जाने वाले समर्थन का ब्योरा मांगा है। उद्योग संवर्द्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) ने इन कंपनियों को अलग-अलग प्रश्नावली भेजकर इनसे पूंजी संरचना, कारोबारी मॉडल और उत्पाद सूची प्रबंधन प्रणाली से जुड़ी जानकारियां भी मांगी है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की शिकायतों के बाद इन कंपनियों को प्रश्नावाली भेजी गई है। कैट ने शिकायत में कहा था कि अमेजन और फ्लिपकार्ट की ‘त्योहारी सीजन सेल’ शुरू हो गई है, जो सरकार की एफडीआई नीति का उल्लंघन है। साथ ही आरोप लगाया है कि ये कंपनियां अनुचित गतिविधियों का अनुसरण कर बाजार बिगाड़ने वाली कीमतें पेशकश कर रही हैं। हालांकि, इस संबंध में भेजे गए ई-मेल का अमेजन और फ्लिपकार्ट ने जवाब नहीं दिया है। वहीं बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा है कि जब हम क्रेडिट कार्ड के माध्यम से यूएसए के अमेजन तक पहुंच सकते हैं तो भारत में अमजन को अनुमति देने की आवश्यकता क्या है? व्यापारी हमारी संस्कृति का एक ठोस आधार हैं और अमजन उसे नष्ट कर देगा। अमेजन और फ्लिपकार्ट ही नहीं, बल्कि वॉलमार्ट के साथ भी यही दिक्कत है। दरअसल वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में कहा था कि फ्लिपकार्ट और अमेजन के खिलाफ बाजार बिगाड़ने वाली कीमत मामले की जांच हो रही है। ट्राई की आईयूसी समीक्षा गरीब विरोधी, जियो का बयान थॉमस कुक इंडिया का कारोबार बढ़ा, विदेशी कंपनी के दिवालिया होने का नहीं पड़ा असर वित्त मंत्री ने कहा, निवेश के लिए नई नीति बनाएगी सरकार