नई दिल्ली: मॉनसून सत्र के समय राज्यसभा की कार्यवाही को बाधित करने तथा हंगामा करने का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। सरकार की ओर से इस केस में राज्यसभा चेयरमैन एम। वेंकैया नायडू से शिकायत की गई थी, जिसके आधार पर इस केस की तहकीकात के लिए एक समिति बनाई जाएगी। इस समिति की रिपोर्ट के आधार पर अगला एक्शन लिया जाएगा। दरअसल, राज्यसभा में पिछले 10 एवं 11 अगस्त को खूब हंगामा हुआ था। सांसद टेबल पर चढ़ गए थे। साथ ही दरवाजे का कांच टूटने तथा मार्शल को चोट लगने तक की बात सामने आई थी। हंगामे को लेकर सरकार की तरफ से राज्यसभा चेयरमेन वेंकैया नायडू से एक कम्प्लेन की गई थी। सरकार की ओर से इस शिकायत में 15 से अधिक सांसदों के नाम दिए गए हैं, जिन पर सदन में हंगामा करने, मेज पर चढ़ने, महिला मार्शल से धक्कामुक्की करने के आरोप हैं। सूत्रों के मुताबिक, शिकायत में कांग्रेस सांसद सैयद नासिर हुसैन, रिपुन बोरा, प्रताप सिंह बाजवा, फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, अखिलेश प्रसाद सिंह, दीपेंद्र सिंह हुड्डा तथा राजमणि पटेल के नाम हैं। इनके अतिरिक्त टीएमसी सांसद डोला सेन, शांता छेत्री, मौसम नूर, अबीर रंजन विश्वास एवं अर्पिता घोष के नाम भी हैं। शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी तथा अनिल देसाई का नाम भी इस शिकायत में दिया गया है। वामपंथी पार्टी के ई। करीम तथा आम आदमी पार्टी के संजय सिंह का नाम भी शामिल है। भारत में न हो 'तालिबान' का जन्म, इसलिए योगी सरकार ने उठाया ये बड़ा कदम अफगानिस्तान के केंद्रीय बैंक प्रमुख काबुल से भागे अमेरिका ने काबुल हवाईअड्डे पर उड़ान संचालन किया शुरू