नई दिल्ली: अफगानिस्तान में आतंकी संगठन तालिबान के फिर से वर्चस्व में आने के मद्देनजर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि केंद्र सरकार अफगानिस्तान से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए 'वंदे भारत मिशन' की तरह पूरी कोशिश करेगी। सिंधिया ने कहा कि केंद्र सरकार ने विगत शुक्रवार को अफगानिस्तान से अपने नागरिकों की निकासी आरंभ कर दी थी। निकासी की यह प्रक्रिया तीन दिनों तक चलती रही। किन्तु सोमवार की सुबह भारत से एक उड़ान काबुल के लिए जाने वाली थी तब वहां एयरपोर्ट पर फायरिंग के बाद नोटेम (नोटिस टू एयरमेन, इसके माध्यम से काबुल के ऊपर का पूरा एयरस्पेस बंद कर दिया गया था) का नोटिस प्राप्त हुआ। इसलिए सोमवार को निकासी प्रक्रिया में बाधा पैदा हुई। उन्होंने कहा कि सोमवार देर रात से सरकार कोशिशों में जुटी रही और बाद में इंडियन एयरफोर्स का एक विमान मंगलवार को काबुल गया और भारतीय नागरिकों को वापस लाया। सिंधिया ने आगे कहा कि, ''हम अफगानिस्तान से अपने सभी नागरिकों को वापस लाने में कोई कमी नहीं रखेंगे। हमने पहले भी वंदे भारत मिशन में ऐसा किया था।'' बता दें कि मध्यप्रदेश के देवास में मंगलवार सुबह अपनी जन आर्शीवाद यात्रा आरंभ करने के बाद सिंधिया देर शाम को शाजापुर पहुंचे। इन यात्राओं के माध्यम से केंद्र सरकार में नव नियुक्त मंत्री लोगों तक पहुंच रहे हैं और केंद्र की जन कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में लोगों को बता रहे हैं। यूपी चुनाव से पहले योगी सरकार ने पेश किया अनुपूरक बजट, जानिए इसमें क्या है ख़ास बाढ़ से बुरी तरह जूझ रहे बिहार के 16 जिले, आज प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे सीएम नितीश 'साढ़े 7 साल प्रताड़ना में गुजरे, लेकिन आज के फैसले से राहत मिली'- आरोपमुक्त होकर बोले शशि थरूर