नई दिल्ली: लॉकी रैनसमवेयर नाम के इस कंप्यूटर वायरस से सरकार काफी चिंतित है, ये वायरस रैनसमवेयर कंप्यूटर को लॉक कर देता है, फिर उसके बाद इसे खोलने के लिए अच्छी खासी फिरौती की मांग की जाती है, सरकार कहना है कि, लॉकी रैनसमवेयर को फैलाने के मकसद से करीब 23 मिलियन मैसेज भेजे जा चुके हैं. नोएडा एजेंसी सीईआरटी-इन (इमरजेंसी रिस्पांस टीम ऑफ इंडिया) ने इस वायरस को रोकने के लिए चेतावनी दी है, वही शनिवार को इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव अजय कुमार ने ट्वीट किया, ‘इंडियन सीईआरटी की ओर से लॉकी रैनसमवेयर स्पैम को लेकर एक अलर्ट जारी किया गया है’ जानकारी के लिए बता दे कि इस वायरस से ग्रस्त हुए कंप्यूटर के लॉक हो जाने के बाद आधे बिटक्वाइन की फिरौती मांगी जाती है. जिसकी कीमत करीब 1.5 लाख रुपये तक रहती है. साइबर स्वच्छता केंद्र द्वारा जारी चेतावनी में कहा गया है कि ये रैनसमवेयर ई-मेल में अटैचमेंट के रूप में भेजा जा रहा है. इससे पहले, मई में देश की साइबर सुरक्षा एजेंसी ने बेहद शक्तिशाली और दुनिया भर में फिरौती के लिए हमला करने वाले रैनसमवेयर वायरस ‘वानाक्राई’ के खिलाफ इंटरनेट यूजर्स को अलर्ट किया था. जानिए क्या चल रहा है हमारे देश की राजनीती में, पढिये राजनीतिक पार्टी से जुडी ताज़ा खबरें कारोबारियों को मिला दूसरा मौका, लेट पेमेंट पर शुल्क माफ़ हार्वे तूफान से मची तबाही, अमेरिकी कंपनियों ने की सहायता दिल्ली के बाद क्या गुजरात होगा आप मय?