मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आए 8 दिन हो गए हैं, लेकिन अब तक महायुति सरकार के गठन को लेकर कोई नतीजा नहीं निकला है। मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसे लेकर बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी के बीच सहमति नहीं बन पाई है। इस स्थिति ने विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी को सरकार पर निशाना साधने का मौका दे दिया है। एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि राज्य में जनादेश का अपमान किया जा रहा है, अभी तक सरकार क्यों नहीं बनाई गई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव में सत्ता और पैसे का दुरुपयोग हुआ है, जिससे जनता में नाराजगी बढ़ी है। पवार ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र खतरे में है क्योंकि विपक्ष को संसद में बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा। उन्होंने जनता से इस स्थिति के खिलाफ जन आंदोलन शुरू करने की अपील की। पुणे में सामाजिक कार्यकर्ता बाबा आढाव ने ईवीएम के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन शुरू किया है, जिसमें उन्होंने चुनावों में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। शरद पवार ने इस आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि यह जरूरी मुद्दा है और इसका असर देर-सवेर जरूर दिखेगा। इधर शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने सरकार गठन में हो रही देरी पर बीजेपी की आलोचना की। उन्होंने पूछा कि इतनी बड़ी जीत के बाद भी मुख्यमंत्री क्यों नहीं चुना गया। वहीं शिवसेना के नेता संजय शिरसाट ने कहा कि एकनाथ शिंदे बड़े निर्णय लेने से पहले अपने गांव जाते हैं और जल्द ही कोई बड़ा फैसला करेंगे। 20 नवंबर 2024 को हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति को 230 सीटों पर बड़ी जीत मिली। बीजेपी ने 132, शिवसेना ने 57 और एनसीपी ने 41 सीटें जीतीं। विपक्षी महा विकास अघाड़ी सिर्फ 48 सीटें ही हासिल कर सका, जिसमें शिवसेना यूबीटी को 20, कांग्रेस को 16 और एनसीपी (एसपी) को 10 सीटें मिलीं। अब तीनों पार्टियां मुख्यमंत्री और कैबिनेट के गठन पर चर्चा कर रही हैं। हालांकि शपथ ग्रहण समारोह की तारीख अभी तय नहीं हुई है। शिंदे गुट ने मांग लिया गृह मंत्रालय, अब क्या करेगी भाजपा ? आओ, जवाब देते हैं..! EVM पर चुनाव आयोग ने कांग्रेसी प्रतिनिधिमंडल को बुलाया इमरान खान की बीवी बुशरा लापता..! सेना ने किडनैप कर लिया या हो गईं गायब