नई दिल्लीः मंदी के कारण देशभर में नौकरियों की कमी की खबरें आ रही हैं। इस बीच सरकार ने नौकरियों के सृजन के लिए नए-नए उपाय तलाशने मे लगी है। इसी कड़ी में सरकार ने हैदराबाद मॉडल के तर्ज पर दिल्ली एनसीआर में स्टार्टअप हब विकसित करेगी। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि इसके लिए नोएडा और गुरुग्राम में टी-हब बनाया जाएगा, जहां स्टार्टअप उद्यमी आपस में चर्चा कर सकेंगे। दिल्ली-एनसीआर पिछले एक दशक में स्टार्टअप का सबसे बड़ा इकोसिस्टम बनकर उभरा है। ट्राई के दिल्ली-एनसीआर चैप्टर के कार्यक्रम में कांत ने कहा कि हैदराबाद में स्टार्टअप के लिए टी-हब बनाए गए हैं, जिससे नए उद्यमियों को अपनी बात रखने का मंच मिलता है। वैसा ही केंद्र एनसीआर के नोएडा और गुरुग्राम में भी बनाया जाएगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से जल्द जमीन अधिग्रहण पर बातचीत शुरू की जाएगी। नीति आयोग की योजना राजधानी क्षेत्र में पांच टी-हब विकसित करने की है। उन्होंने कहा कि हैदराबाद और बंगलूरू में स्टार्टअप के लिए बेहतर माहौल और ढांचागत सुविधाएं हैं। इसी तरह की सुविधाएं एनसीआर में भी लाई जाएंगी। इसके लिए 10 हजार करोड़ रुपये का कोष पहले ही बनाया जा चुका है। असम में 13,000 करोड़ का निवेश करेगी यह कंपनी एफटीए की समीक्षा करेंगे आसियान देश, भारत ने उठायी थी मांग मेक इन इंडिया: स्मार्टफोन निर्यात में 700 फीसद की वृद्धि दर्ज