नई दिल्ली : साल में 28 देशों की विदेश यात्रा कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही विपक्षी पार्टियों के निशाने पर रहे हो, लेकिन वो सरकार बिल्कुल किसी कुशल गृहणी की तरह बजट में चला रहे है या यूं कहें कि उससे भी कम में। इस संबंध में आई वित मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, 2014-15 में मोदी व उनके मंत्रियों के हवाई दौरों के लिए 316.76 करोड़ रुपए के फंड रखे गए थे। लेकिन हैरानी की बात ये है कि इसमें से 2 करोड़ रुपए बचाए भी गए है यानि तय राशि से 2 करोड़ कम खर्च हुए है। यह आंकड़ा शीतकालीन सत्र के दौरान सामने आया। केवल विदेश दौरों पर ही नही बल्कि मोदी के सत्ता में आने के बाद से वेतन तथा अन्य भत्तों पर भी कम खर्च किया गया है। वित वर्ष में केंद्रीय मंत्रिमंडल के वेतन और भत्तों का खर्च 17-24 प्रतिशत रहा। संसोधित बजट अनुमान में वेतन के लिए 4.40 करोड़ का बजट रखा गया था। वितीय वर्ष की समाप्ति के बाद यह खर्च 3.60 करोड़ रुपए रहा। इसी फंड में से केंद्रीय तथा राज्यों के मंत्रियों को वेतन का भुगतान किया गया। इसी प्रकार भत्तों पर भी 9.50 करोड़ में से 7.20 करोड़ ही खर्च किया गया।