'आईटी हब को लेकर भारत सरकार की कोई पॉलिसी नहीं', संसद में बोले जितिन प्रसाद, खड़गे ने उठाया ये मुद्दा

नई दिल्ली: लोकसभा में आज भी वित्त विधेयक पर चर्चा जारी रहेगी. वित्त विधेयक पर चर्चा का आरम्भ 6 अगस्त को हुआ था. वहीं, राज्यसभा में विनियोग विधेयक (नंबर दो) तथा जम्मू कश्मीर विनियोग विधेयक (नंबर तीन) पेश होना है. ये विनियोग विधेयक राज्यसभा में कंसिडरेशन के पश्चात् लोकसभा को वापस भेजे जाने हैं.

वही आईटी मंत्री जितिन प्रसाद ने एक सवाल के जवाब में कहा है कि आईटी हब को लेकर भारत सरकार की कोई पॉलिसी नहीं है. राज्य सरकारें जरूर आईटी सिटी, हाईटेक सिटी विकसित कर सकती हैं. कर्नाटक से कांग्रेस की सांसद डॉक्टर प्रभा मल्लिकार्जुन ने इसे लेकर सवाल किया था. जितिन प्रसाद ने इसके जवाब में बेंगलुरु, हैदराबाद जैसे कंजस्टेड आईटी हब को डिकंजेस्ट करने के लिए कदम उठाने की बात कही.

राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने NCERT पुस्तकों का मुद्दा उठाया. विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे लेकर सभापति जगदीप धनखड़ से NCERT की प्रस्तावना को हटाए जाने का मुद्दा उठाने की अनुमति मांगी थी. सभापति धनखड़ ने कहा कि इसमें लिखा है, हमें ऐसी जानकारी प्राप्त हुई है. इस पर मल्लिकार्जुन खड़गे खड़े हुए तथा कहा कि किस सोर्स से मिली है, ये मैं भी बताऊंगा. आप भी जानते हैं. इस पर सभापति ने कहा कि हमें नहीं पता, हम नहीं जानते. इस पर खड़गे ने कहा कि आप बहुत कुछ जानते हैं, बहुत हुआ तो कहते हैं कि मेरे चैंबर में आओ. इस पर सभापति धनखड़ ने कहा कि मगर आप कभी नहीं आए मेरे चैंबर में. एक काम कीजिए, इस पर चर्चा के लिए आइए मेरे चैंबर में. इस पर खड़गे ने कहा कि नहीं-नहीं, ये महत्वपूर्ण विषय है. 

तत्पश्चात, खड़गे ने कहा कि भाजपा ने पराजय के बाद पहले तो बाबा साहब की प्रतिमा को हटाया, अब भाजपा और संघ अपनी सांप्रदायिक विचारधारा को थोपने के लिए पाठ्यक्रम में परिवर्तन किया जिसे देश की जनता स्वीकार नहीं करेगी. इस पर ट्रेजरी बेंच की तरफ से हंगामा आरम्भ हो गया. सभापति जगदीप धनखड़ ने उन्हें टोका. जिस पर विपक्ष के नेता ने कहा कि उनको जवाब देने दीजिए, मैं अपनी बात कहूंगा. खड़गे ने पाठ्यक्रम में परिवर्तन का निर्णय वापस लेने की मांग की.

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