नई दिल्ली: हाल में भारत सरकार ने एक बड़ा एलान किया है जिसमे एयर इंडिया में अपनी हिस्सेदारी को बेचने को कहा है. सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि भारत सरकार एयर इंडिया में अपनी हिस्सेदारी को बेचेगा. एयर इंडिया में अपनी हिस्सेदारी को विनेवेश करने को लेकर केबिनेट ने भी मंजूरी दे दी है, जिसमे अब सरकार अपनी हिस्सेदारी को विनेश कर देगी. इससे पहल जानकारी आयी थी कि टाटा समूह एक बार फिर से एयर इंडिया की हिस्सेदारी को खरीद सकता है. वही केबिनेट द्वारा एयर इंडिया में अपनी हिस्सेदारी को विनेवेश को लेकर दिए गए फैसले के बाद अब सरकार द्वारा अपनी हिस्सेदारी को बेच दिया जायेगा. इसके बारे में सरकार द्वारा पहले भी संकेत दे दिया गया था जिसमे वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा कहा गया था कि विमानन बाजार में 8 फीसदी हिस्सा निजी कंपनियों के पास है. ऐसे में महज 14 फीसदी हिस्सेदारी के लिए करदाताओं के 55,000 से 60,000 करोड़ रुपये का उपयोग कितना जायज है. उन्होंने कहा था कि सरकार को 15 साल पहले एयर इंडिया से बाहर हो जाना चाहिए था. ऐसे में अब सरकार ने विणेवश को मंजूरी दे दी है. हरियाणा सरकार के विज्ञापन पर मचा बवाल मेघालय की महिला को दिल्ली गोल्फ क्लब से बाहर निकाला आधार की अनिवार्यता का हो रहा विरोध, SC का रोक लगाने से इन्कार GST लागू होने से पहले सरकार ने दी नियमों में छूट UP सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिया 100 दिन के कार्यों का ब्योरा