बिना डिग्री, डिप्लोमा के सरकारी शिक्षक बना डॉक्टर, DEO ने दिया नोटिस

भिंड। जिले में एक सरकारी शिक्षक फर्जी तरीके से डॉक्टर बना बैठा है। वह शिक्षक सरकारी स्कूल में पदस्थ है, लेकिन बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल में समय पर उपस्थित नहीं होता है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को भी चुनौती देते हुए, बिना किसी प्रशासनिक अनुमति के मरीजों को अपने घर बुलाकर उनका इलाज करता है और उन लोगो के साथ ठगी करता है। इस सरकारी शिक्षक ने जिले के शिक्षा विभाग और चिकित्सा विभाग को खुली चुनौती देते हुए अपने क्लीनिक को सजाया हुआ था, इस बात की जानकारी मिलते ही शिक्षा विभाग ने उसे नोटिस भेजा है।

शासकीय प्राथमिक स्कूल में पदस्थ है रणधीर सिंह बघेल। उसके समय पर स्कूल न पहुंचने की वजन से छात्रों की संख्या लगातार कम होती जा रही है, जिसके चलते शिक्षा विभाग ने उसे नोटिस भी दिया था, लेकिन उसने नोटिस का जवाब भी समय पर नहीं दिया। पिछले कई दिनों से वह गांव के लोगों को गुमराह करते हुए उनका इलाज कर रहा था। इस मामले की जानकारी मिलते ही जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय ने शिक्षक के खिलाफ एक्शन लिया है। जिसके चलते प्राथमिक तौर पर जिला शिक्षा अधिकारी ने उसे कारण बताओ नोटिस थमाया हैं जिसका जवाब 3 दिनों के अंदर देने की बात कही है।

सरकारी शिक्षक रणधीर सिंह बघेल के पास न डिग्री है ना कोई डिप्लोमा। लेकिन फिर भी वह लगातार ग्रामीण क्षेत्र के लोगो को घर बुलाकर उनका इलाज करता और उन्हें दवाईयाँ भी देता था। इसके मकान के पास में ही एक मेडिकल स्टोर भी है, जिस मेडिकल स्टोर से फर्जी डॉक्टर मरीज़ो को दवाईयाँ खरीदने के लिए भेजता था। यह फ़र्ज़ी डॉक्टर बेहद लम्बे समय से लोगो के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहा था। 

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