रांची: झारखंड में सरकारी स्कूलों को स्थानीय स्तर पर उर्दू शब्द जोड़कर साप्ताहिक अवकाश के दिन एवं प्रार्थना पद्धति में परिवर्तन करने की घटनाएं सामने आई थी। वही मामले की गंभीरता को देखते हुए हेमंत सोरेन सरकार ने अब बड़ा कदम उठाया है। झारखंड प्राथमिक शिक्षा विभाग ने ऐसे विद्यालयों से ‘उर्दू’ शब्द हटाने का आदेश दिया है जो उर्दू विद्यालयों के तौर पर अधिसूचित नहीं हैं। विभाग ने ये भी आदेश दिया है कि ऐसे विद्यालयों की साप्ताहिक छुट्टी रविवार को ही होनी चाहिए, शुक्रवार को नहीं। आदेश में साथ ही कहा गया है कि गैर-उर्दू विद्यालयों में सुबह की प्रार्थना पहले की भांति ही रखी जाए। आदेश में बताया गया है कि प्रदेश के हर जिले में स्थानीय स्तर पर वैसे स्कूलों जो उर्दू विद्यालय के तौर पर अधिसूचित नहीं है, के नाम में उर्द शब्द जोड़कर साप्ताहिक अवकाश रविवार के स्थान पर शुक्रवार करना, मध्याहन भोजन का संचालन करना एवं प्रार्थना पूर्व पद्धति में बदलाव किये जाने से संबंधित सूचना मिली है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार की तरफ से कुछ दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। क्या है दिशा-निर्देश? 1- अधिसचित उर्दू स्कूल को छोड़कर जिन विद्यालयों में उर्दू शब्द जोड़ा गया। उस विद्यालय के नाम में से उर्दू शब्द अविलम्ब हटाया जाए। 2- साप्ताहिक अवकाश अधिसूचित उर्दू विद्यालयों को छोड़कर शुक्रवार की जगह रविवार को ही सुनिश्चित कराया जाए और मध्याहन भोजन का संचालन रविवार को न हो। 3- किसी भी हालत में गैर-अधिसूचित उर्दू विद्यालयों में रविवार को किसी भी प्रकार का शैक्षणिक गतिविधि नहीं किया जाए। 4- यह भी सनिश्चित किया जाए कि गैर-अधिसूचित उर्दू विद्यालयों में पूर्व पद्धति के मुताबिक प्रार्थना करायी जाए। आंध्रप्रदेश सरकार ने भारतीय ध्वज डिजाइनर पिंगली वेंकैया को श्रद्धांजलि अर्पित की थमने का नाम नहीं ले रहा जहरीली शराब का कहर, 2 मजदूरों की हुई मौत ईंट-भट्टे पर मजदूरी करने वाले शख्स के खाते में आ गए 31 अरब रुपए.., पूरे गाँव में मची हलचल