देहरादून: उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जबरन धर्मांतरण एक बड़ी परेशानी है। देवभूमि में धर्मांतरण रोकने के लिए सरकार ने सख्त कानून लाने का निर्णय लिया है। मीडिया से चर्चा में सीएम धामी ने कहा कि राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड के लोगों के सामने हमने यह बात रखी थी, कि हम प्रदेश के भीतर सभी के लिए समान नागरिक संहिता लागू करेंगे। वही राज्य की जनता ने इस पर अपना बहुमत दिया। सत्ता में आने के पश्चात् सबसे पहले समान नागरिक संहिता के लिए समिति का गठन किया। समिति सभी वर्गों से सुझाव लेकर प्रस्ताव तैयार कर रही है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि धर्मांतरण एक बड़ी परेशानी है। देवभूमि में जबरन धर्मांतरण एक गंभीर मामला है, जो नहीं होना चाहिए। इसके लिए सरकार ने कड़ा कानून लाने का निर्णय लिया है। बता दें कि कैबिनेट में सरकार ने उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता (संशोधन) विधेयक को अनुमति दी है, जिसमें जबरन धर्मांतरण के लिए 10 वर्षों तक सजा का प्रावधान किया जाएगा। कोई भी व्यक्ति जबरन धर्मांतरण का मुकदमा दर्ज कर सकता है। वही इस फैसले से उत्तराखंड के लोग काफी खुश है तथा सब अपनी राय दे रहे है। वही कुछ लोग इस पर सवाल उठा रहे है। भानुप्रतापपुर विधानसभा उप-चुनाव के लिए 39 उम्मीदवारों ने दाखिल किया नामांकन '1 करोड़ की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ाए AAP नेता मुकेश गोयल..', दिल्ली सरकार पर एक और अटैक 'रेपिस्टों को चौराहे पर फांसी दे देनी चाहिए', उषा ठाकुर के बयान पर मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान