उदयपुर: केंद्र सरकार उदयपुर में बीते मंगलवार को की गई एक दर्जी की नृशंस हत्या को आतंकवादी हमला मान रही है। जी हाँ और अब इसके लिए एक जांच दल भेजा गया है जिसमें आतंकवाद रोधी एजेंसी एनआईए के अधिकारी शामिल हैं। मिली जानकारी के तहत प्रारंभिक जानकारी से यह बात सामने आई है कि हमलावरों के आईएसआईएस से संबंध हो सकते हैं। जी हाँ और यह जानकारी अधिकारियों ने दी। जी दरअसल अधिकारियों का कहना है कि जांच दल मामले की गहन जांच करेगा और गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों की पृष्ठभूमि की पड़ताल करेगा। इसी के साथ एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, ‘‘प्रथम दृष्टया यह एक आतंकी मामला लगता है और इसकी गहन जांच की जरूरत है जिसमें उनके सोशल मीडिया प्रोफाइल को खंगालना शामिल है।’’ आप सभी को बता दें कि राजस्थान सरकार ने मुआवजे का ऐलान किया है। मृतक कन्हैयालाल के परिवार को 31 लाख रुपए का मुआवजा और परिवार के 2 सदस्यों को संविदा पर नौकरी दी जाएगी। जी दरअसल नुपुर शर्मा से संबंधित पोस्ट करने के मामले में कन्हैयालाल का समझौता कराने वाले स्थानीय ASI को भी निलंबित किया गया है। वहीं इससे पहले दिनदहाड़े हत्या को अंजाम देने के आरोपियों ने अपराध स्वीकार करते हुए वीडियो पोस्ट किया और उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उनमें से एक ने खुद की पहचान रियाज अख्तरी के रूप में की। दूसरी तरफ यह भी खबर है कि अख्तरी के संबंध पाकिस्तान स्थित दावत-ए-इस्लामी से मिले हैं, जिसकी भारत में भी शाखाएं हैं। जी दरअसल दावत-ए-इस्लामी के कुछ सदस्य 2011 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गवर्नर सलमान तासीर की हत्या सहित कई आतंकी घटनाओं में शामिल थे। वहीं आतंकवादी समूहों, विशेष रूप से आईएसआईएस और अल-कायदा द्वारा सिर कलम करना आम बात है। जी हाँ और यह प्रवृत्ति साल 2014 में शुरू हुई जब आईएसआईएस द्वारा इसी तरह से कई विदेशियों को मार डाला गया तथा इन वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया। केवल मुस्लिम युवक ही नहीं पुलिस भी है कन्हैयालाल की मौत की जिम्मेदार!, झकझोर देगा पूरा मामला नुपुर शर्मा का समर्थन करने पर मुस्लिमों ने काट डाला हिंदू युवक का गला, पीएम मोदी को भी हत्या की धमकी एक-दूजे के इश्क में पागल हुए दामाद-सास, उठाया खौफनाक कदम