कोलकाता: पश्चिम बंगाल में गवर्नर जगदीप धनकर, राज्य सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गए हैं. उन्होंने ममता सरकार के विरुद्ध आंदोलन किया है. वहीं धनकर ने कहा ममता बनर्जी सरकार में उनकी सुनी नहीं जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरुवार को राज्यपाल जगदीप धनकर जब विधानसभा पहुंचे तो वहां कोई मौजूद नहीं था. गवर्नर जगदीप धनकर वहां की लाइब्रेरी का जायजा लेना चाहते थे, किन्तु सत्र ना होने के कारण यह बंद थी. उन्होंने कहा कि मैं यहां इसलिए आया हूं, ताकि यहां की ऐतिहासिक इमारत देख सकूं और लाइब्रेरी जा सकूं. विधानसभा का सत्र नहीं चल रहा इसका यह मतलब नहीं है कि विधानसभा बंद है, सचिवालय खुला हुआ है. इससे पहले बुधवार को जब गवर्नर कलकत्ता विश्वविद्यालय गए थे, तो वहां भी ना तो वाइस चांसलर मौजूद थे, ना उप कुलपति थे और ना ही रजिस्ट्रार. वह कुछ देर तक वीसी के कार्यालय के बाहर बैठे रहे थे. पिछले दिनों कुछ विधेयकों पर हस्ताक्षर को लेकर ममता सरकार से राजभवन की तनातनी चल रही है. एक तरफ जहां तृणमूल कांग्रेस का आरोप है कि गवर्नर , एक पार्टी के एजेंट के तौर पर काम करते हुए विधेयकों पर हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं तो वहीं राजभवन का कहना है कि वे रबर स्टाम्प राज्यपाल नहीं हैं. उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका, 400 नाराज़ कार्यकर्ताओं ने थामा भाजपा का दामन शरणार्थियों के लिए बिल लाई मोदी सरकार, जानिए कौन होंगे भारत की नागरिकता के हक़दार भाजपा प्रदेश रविंद्र अध्यक्ष रैना पर 'लश्कर' हमला करने का बना रहा प्लान, आतंकी जम्मू में मार चुके है एंट्री