सरकार एयर इंडिया और भारत पेट्रोलियम कॉर्प के निजीकरण को पूरा करना चाहती है और इसे कंपनियों में "पर्याप्त रुचि" मिल रही है, निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव तुहिन कांता पांडे ने कहा। उन्होंने कहा कि भारत कई राज्यों का निजीकरण करेगा- इस वित्तीय वर्ष में स्वामित्व वाली कंपनियों ने "लंबी अवधि" के बाद, राष्ट्रीय वाहक और एक ईंधन कंपनी को लक्ष्य के बीच सूचीबद्ध किया। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के वार्षिक सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, पवन हंस और नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड बोलीदाताओं से पर्याप्त ब्याज भी मिला है। तुहिन कांता पांडे ने कहा, "हम अब उचित परिश्रम और वित्तीय बोली के दूसरे चरण में हैं, जिसे हम इस वित्तीय वर्ष में पूरा करने में सक्षम होंगे, आईडीबीआई बैंक का रणनीतिक विनिवेश भी किया गया है। वही भूमि पट्टा नीति को अंतिम रूप देते ही कॉनकॉर के लिए रुचि की अभिव्यक्ति (ईओआई) की उम्मीद है। सार्वजनिक-निजी के लिए निविदाएं पी रेलवे स्टेशनों में भी भागीदारी की घोषणा की गई है, और मॉडल हवाई अड्डों के प्रबंधन में सफल रहा है। पांडे ने कहा, "एक बड़ी संपत्ति मुद्रीकरण पाइपलाइन है जहां निजी क्षेत्र की भागीदारी की उम्मीद है।" आखिर Tokyo Olympics से मेडल जीतकर लाने वाले खिलाड़ी पर क्यों भड़की कांग्रेस ? लोकसभा में दो दिन पहले ही ख़त्म हो गया मानसून सत्र, उच्च सदन में अब बस OBC बिल पर होगा मतदान मुख्य सचिव संग मारपीट मामले में रिहा हुए केजरीवाल-सिसोदिया, सीएम बोले- सत्यमेव जयते...