नई दिल्ली: अमेरिकी शार्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) के असर से तेजी से उबर रहे अडानी ग्रुप की कंपनियों में ब्लॉक डील देखने को मिली है. अडानी समूह की तरफ से ऐलान किया गया है कि अमेरिकी बुटीक इन्वेस्टमेंट फर्म GQG पार्टनर्स ने समूह की 4 कंपनियों में 15,446 करोड़ रुपये का निवेश किया है. ये सेकेंडरी इक्विटी ट्रांजैक्शन या शेयरों की खरीदी गुरुवार (2 मार्च) को की गई है. इस कंपनी के अध्यक्ष भारतीय मूल के राजीव जैन हैं. रिपोर्ट के अनुसार, राजीव जैन ने वर्ष 2016 में GQG पार्टनर्स की शुरुआत की थी और ये फर्म आॉस्ट्रेलिया में पंजीकृत है. इस इन्वेटमेंट फर्म ने अडानी समूह की अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (Adani Ports), अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy), अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Adani Enterprises Ltd) और अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission) में शेयर ख़रीदे हैं. राजीव जैन की कंपनी ने अडानी एंटरप्राइजेज में 3.4% हिस्सेदारी के लिए लगभग 5,460 करोड़ रुपये, अडानी पोर्ट्स में 4.1% हिस्सेदारी खरीदने के लिए 5,282 करोड़ रुपये, अडानी ट्रांसमिशन में 2.5% हिस्सेदारी के लिए 1,898 करोड़ रुपये और अडानी ग्रीन एनर्जी में 3.5% हिस्सेदारी 2,806 करोड़ रुपये का निवेश किया है. बता दें कि, GQG पार्टनर्स ने जिन अन्य भारतीय कंपनियों के शेयरों में निवेश किया है, उनमें ITC, HDFC, RIL, ICICI Bank, SBI, Sun pharma, Infosys, Bharti Airtel, Tata Steel, HDFC AMC, JSW Steel जैसी दिग्गज कंपनियों के नाम शामिल हैं. झारखंड में फिर मिला नोटों का अंबार, कोयले की काली कमाई का IAS पूजा सिंघल से कनेक्शन मुस्लिम महिलाओं का बाल कटवाना और थ्रेडिंग करवाना इस्लाम में नाज़ायज़- मौलाना शहाबुद्दीन रजवी जिन 6 हज़ार किलो फूलों पर चलीं प्रियंका गांधी, उनसे 'गुलाल' बनाएगी कांग्रेस सरकार, भड़की भाजपा