नई दिल्लीः दिल्ली में रणजी ट्रॉफी खिलाने के नाम पर लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने क्रिकेट के दो ऐसे कोचों को गिरफ्तार किया है, जिन पर अंडर 19 और अंडर 23 रणजी टीम में मौका देने के नाम पर लाखों रुपए ठगे थे। पकड़े गए आरोपियों की पहचान रवि दलाल और हरीश जमाल के तौर पर हुई है। इनके खिलाफ भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पुलिस को शिकायत दी थी। पुलिस ने संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया था। इसके बाद क्राइम ब्रांच के मामले की जांच में लगाया गया था। एडिशनल सीपी क्राइम ब्रांच राजीव रंजन के मुताबिक, बीसीसीआई के इंटीग्रिटी प्रबंधक अंशुमन उपाध्याय ने बीती तीन मार्च 2019 को शिकायत दी थी। जिसमें बताया गया था कि पीतमपुरा में फ्रेंड्स एकेडमी के कोच रवि दलाल ने कई युवा खिलाड़ियों से अंडर-19 और अंडर-23 रणजी ट्रॉफी में मौका देने के नाम पर रिश्वत ली है। इस शिकायत पर पुलिस ने छह मार्च को केस दर्ज कर लिया था। जांच में पता चला कि कनिष्क गौर नामक खिलाड़ी से 11 लाख रुपए लिए गए थे। युवक को अंडर-19 के दो मैच में मौका भी दिया गया था। आरोप था कि इसके लिए आरोपियों पर फर्जी जन्म प्रमाणपत्र तैयार कराया था। इसी कड़ी में अंडर-23 में मौका देने के लिए शिवम नामक खिलाड़ी से चार लाख रुपए लेने की बात भी सामने आई। हैरानी की बात यह है कि उसे एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला। पुलिस ने मामले की जांच की और रवि दलाल को गिरफ्तार कर लिया। जोंटी रोड्स ने किया टीम इंडिया के फील्डिंग कोच के लिए आवेदन क्या रहाणे का वनडे और टी20 करियर समाप्ति पर है? वेस्टइंडीज ए के खिलाफ आज से मैच, ऋद्धिमान साहा के प्रदर्शन पर रहेंगी नजरें