इनसाइट लैंडर ने मंगल की सतह पर अपना पहला उपकरण स्थापित कर दिया है, जो इस प्रमुख मिशन के लिए मील का पत्थर माना जा रहा है. यह वैज्ञानिकों को सतह की प्रवृत्ति का अध्ययन करके मंगल ग्रह के अंदरूनी भाग को समझने में मदद करेगा. हाल ही में नासा ने बताया कि लैंडर ने जो तस्वीरें भेजी हैं उनमें सतह पर रखा भूकंपमापी यंत्र दिख रहा है. नासा में कार्यरत एक वैज्ञानिक की माने तो , "मंगल ग्रह पर इनसाइट की गतिविधियों की समय सारिणी हमारी अपेक्षा से भी कहीं बेहतर हो गई है." उन्होंने कहा, "मंगल की जमीन पर सुरक्षित रूप से सिस्मोमीटर लगाना क्रिसमस का एक शानदार उपहार है." एक वर्ष में कुछ नतीजे मिलेंगे प्राप्त जानकारी अनुसार 26 नवंबर को मंगल ग्रह की सतह पर उतरने के बाद से इनसाइट की टीम सावधानीपूर्वक मंगल की जमीन पर पूर्ण रूप से सक्षम दो वैज्ञानिक उपकरणों को तैनात करने की दिशा में काम कर रही है. नासा के वैज्ञानिक कि माने तो शुरुआती एक वर्ष में कुछ नतीजे मिलना शुरू हो जाएंगे. भूकंपमापी यंत्र और हीट प्रोब के जरिये इंजीनियर्स को पहले रोबोटिक आर्म को सत्यापित करना होगा जो इनसाइट उपकरण को मंगलग्रह की सतह पर लगाएगा और जांचेगा कि यह ठीक तरह से काम कर रहा है या नहीं. इंजीनियर ने लेंडर के लिए कमांड का परीक्षण किया. 1500 खंभों पर टिका हुआ है यह खूबसूरत मंदिर वाशिंग मशीन में फंसी बच्ची, गलती से हुई ऑन और फिर... जीव- जंतुओं पर भी इस तरह पड़ रहा ग्लोबल वार्मिंग का सीधा असर