नई दिल्ली: इंडियन आर्मी में अग्निवीर के रूप में 4 वर्षों तक सेवा देने के बाद केन्द्रीय सुरक्षाबलों में नौकरी के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को 10 फीसद आरक्षण प्रदानं किया जाएगा। इस आरक्षण का ऐलान केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने 2022 में किया था और अब इसे तीन केन्द्रीय सुरक्षाबलों ने लागू भी कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, रेलवे पुलिस बल (RPF), सीमा सुरक्षा बल (BSF) और केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) अग्निवीरों के लिए अपनी 10% भर्तियां आरक्षित रखेगा। रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व अग्निवीरों को इन भर्तियों में 10% सीटों पर आरक्षण के अतिरिक्त शारीरिक मापदंडों में भी रियायत मिलेगी। इस मामले को लेकर RPF के डायरेक्टर जनरल मनोज यादव ने जानकारी दी है कि, “भविष्य में RPF में जो भी भर्ती होगी, उसमें 10% भर्तियां अग्निवीरों के लिए रखी जाएंग। ना केवल उन्हें आरक्षण दिया जाएगा, बल्कि उन्हें आयु सीमा में भी छूट दी जाएगी।” मनोज यादव ने बताया कि 2026-27 में जो अग्निवीर सेना से अपनी सेवा पूरी करके आएँगे, उन्हें 5 वर्ष की रियायत मिलेगी और इसके बाद के बैच को 3 वर्ष की छूट दी जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि RPF भर्ती में पूर्व अग्निवीरों के लिए कोई भी शारीरिक मापदंड का टेस्ट अनिवार्य नहीं होगा। CISF की डायरेक्टर जनरल नीना गुप्ता ने भी इस मामले पर जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि, “हमने पूर्व अग्निवीरों की CISF में भर्ती हेतु सभी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। इसके अंतर्गत CISF में कॉन्स्टेबल के 10 फीसद पद अग्निवीरों के लिए आरक्षित किए गए हैं। इसके अलावा उन्हें शारीरिक परीक्षण और आयु सीमा में छूट दी गई है। इससे CISF के अभियानों में भी बेहतरी आएगी।” वहीं, BSF के डायरेक्टर जनरल नितिन अग्रवाल ने कहा है कि, “इन अग्निवीरों ने 4 वर्षों तक सेना में रहकर देश के लिए मेहनत मशक्कत की होगी, ऐसे में यह BSF के लिए एकदम अनुरूप होंगे। हमें पूरी तरह तैयार जवान मिलेंगे, ऐसे में इन्हें हम जल्दी अपनी फ़ोर्स में तैनात कर सकेंगे। जैसे ही अग्निवीर आते हैं, हम इनकी भर्ती शुरू कर देंगे। जितनी हमारी भर्तियाँ होंगी, उसमें 10 फीसद पद आरक्षित होंगी और आयु की रियायत होगी।” बता दें कि अग्निवीरों को युवा आयु में ही सेना में 4 साल के लिए भर्ती किया जा रहा है। सेना में भर्ती होंगे वाले अग्निवीरों में से 25% को 4 वर्षों के बाद भी सेवा देने के लिए रखा जाएगा, जबकि बाकियों को अन्य लाभों के साथ सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा। सरकार ने इन अग्निवीरों के हित के लिए ही केन्द्रीय सुरक्षाबलों में आरक्षण के इस फार्मूले का ऐलान 2022 में किया था, अब इसे लागू कर दिया गया है। अग्निवीरों को क्या मिलता है ? बता दें कि, एक अग्निवीर का वेतन 30,000 रुपये से 40,000 रुपये प्रति माह है, इसके अलावा उन्हें जोखिम और कठिनाई भत्ते भी दिए जाते हैं। इस योजना में एक सेवा निधि अंशदायी पैकेज भी शामिल है, जिसके तहत अग्निवीर अपनी मासिक परिलब्धियों का 30 फीसद योगदान करते हैं, और सरकार भी उतनी ही राशि जमा करती है। चार वर्ष पूरे होने पर उन्हें पैकेज से तक़रीबन 11.71 लाख रुपये (ब्याज सहित) मिलेंगे और इस पर आयकर से छूट दी जाएगी। ड्यूटी पर शहीद होने के मामले में उन्हें सेवा निधि पैकेज और उस अवधि के लिए पूर्ण वेतन समेत 1 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया जाएगा। वहीं, विकलांगता की स्थिति में, वे सैन्य सेवा के चलते उत्पन्न या बढ़ी हुई विकलांगता की सीमा के आधार पर 44 लाख रुपये तक दिए जाते हैं। बता दें कि, इससे पहले असम राइफल्स, यूपी पुलिस और कई भाजपा शासित राज्य भी अपनी पुलिस भर्तियों में अग्निवीरों को आरक्षण तथा प्राथमिकता देने का ऐलान कर चुके हैं। JNU ने बनेंगे हिन्दू, बौद्ध और जैन धर्म के अध्ययन केंद्र, नई शिक्षा नीति के तहत अधिसूचना जारी सुसाइड नोट में अफसर ने बताए नाम! वाल्मीकि विकास विभाग में भ्रष्टाचार के आरोप में हिरासत में लिए गए कांग्रेस विधायक बी नागेंद्र कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष विजयेंद्र को पुलिस ने हिरासत में लिया, जानिए क्या है कारण ?