मनाली में फ़ास्ट टैग के माध्यम से सैलानियों से वसूला जाएगा ग्रीन टैक्स

एनएच अथॉरिटी के टोल टैक्स बैरियर के उपरांत हिमाचल में पहला ग्रीन टैक्स बैरियर मनाली ऑनलाइन किया जा चुका है। मनाली के रांगड़ी के पास लगे इस बैरियर में अब पर्यटक वाहनों से फास्ट टैग के माध्यम से ही पेमेंट लिया जाने वाला है। यहां सैलानियों और आम लोगों को जाम जैसी परेशानियों से भी निजात मिल जाएगा। पर्यटन विभाग की ओर से संचालित इस ग्रीन टैक्स बैरियर को जिला प्रशासन कुल्लू ने अपग्रेड कर ऑनलाइन कर दिया गया है। कुल्लू प्रशासन की इस पहल का जिलावासियों ने इसका स्वागत भी कर लिया है। बोला जा रहा है कि ग्रीन टैक्स बैरियर के ऑनलाइन होने से सैलानियों को बड़ी राहत मिलने वाली है। अमूमन यहां ग्रीन टैक्स लेते वक्त जाम लगा रहता था।

इसमें सैर-सपाटे के लिए आने वाले पर्यटकों के साथ घाटी के आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ जाता है। अब ऑनलाइन बैरियर लग गया है। गणतंत्र दिवस के उपरांत फास्ट टैग के माध्यम से टैक्स भी लिया जाने लगा है। उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बोला है कि अब फास्ट टैग से ग्रीन टैक्स की वसूली की जाने वाली है। ऑनलाइन बैरियर की प्रक्रिया युद्धस्तर पर चल रही है। इसे गणतंत्र दिवस के बाद शुरू किया जाने वाला है।

अब तक पर्ची काटकर लेते थे ग्रीन टैक्स: तकरीबन एक दशक से मनाली के ग्रीन टैक्स बैरियर में अभी तक सैलानियों के वाहनों से पर्ची के जरिए टैक्स वसूला  जाता है। इससे यहां जाम लगा रहता है। खासकर पर्यटन सीजन के दौरान यह समस्या और भी विकराल हो रही है। इससे आम लोगों को भी जाम में फंसना पड़ जाता है।

सालाना होती है चार से पांच करोड़ की कमाई: इतना ही नहीं मनाली के रांगड़ी में लगे ग्रीन टैक्स बैरियर से सालाना 4 से 5 करोड़ रुपये की इनकम भी होती है। इसे ऊझी घाटी के प्रीणी, शनाग, बुरूआ, शलीन, नसोगी, ओल्ड मनाली, पलचान, वशिष्ठ तथा चचोगा के विकास पर खर्च कर देते है।

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